जम्मू, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । एनसीसी प्रशिक्षण अकादमी, नगरोटा में चल रहे एक भारत श्रेष्ठ भारत शिविर में कैडेट्स ने अपनी रचनात्मकता को बढ़ाने और महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला में खुद को शामिल किया। यह कार्यक्रम एनसीसी निदेशालय जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के तत्वावधान में आयोजित किया गया था।
इसमें एक मुख्य आकर्षण आईआईटी जम्मू के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष डॉ. यमुना प्रसाद के नेतृत्व में एक विचारोत्तेजक सत्र था। डॉ. प्रसाद ने सुरक्षा हमलों और बचाव में मशीन लर्निंग पर एक आकर्षक व्याख्यान दिया जिसमें साइबर स्वच्छता के बढ़ते महत्व पर जोर दिया गया। उनके भाषण ने उभरते साइबर खतरों से बचाव के लिए सक्रिय साइबर सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को रेखांकित किया।
कैडेटों ने युवा आपदा मित्र कार्यक्रम के तहत राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) द्वितीय बटालियन, जम्मू द्वारा आयोजित व्यापक आपदा तैयारी प्रशिक्षण में भी भाग लिया। एसजीसीटी कुलदीप सिंह और अमन सिंह के नेतृत्व में प्रशिक्षण ने कैडेटों को आवश्यक आपदा प्रबंधन कौशल से लैस किया। इसके अतिरिक्त भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के प्रतिनिधियों ने कैडेटों को साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली नवीनतम तकनीकों जैसे रैनसमवेयर और ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। कैडेटों को उनकी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरल लेकिन प्रभावी तरीकों का प्रशिक्षण दिया गया और उन्हें अपने परिवारों और समुदायों के साथ इस ज्ञान को साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। एसबीआई टीम ने कैडेटों को उनके वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने में मदद करने के लिए विभिन्न योजनाओं और निवेश विकल्पों के बारे में भी जानकारी दी।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा