अनूपपुर, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिले के कोतमा जनपद पंचायत के प्रभारी सीईओ लाल बहादुर वर्मा और लेखापाल विष्णु गुप्ता के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जनपद पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सहित 9 सदस्य एवं 9 सरपंच अनिश्चित काल के लिए आमरण अनशन पर बुधवार को दूसरे दिन भी बैठे हैं। आमरण अनशन को खत्म कराने के लिए एसडीएम कोतमा अजीत तिर्की अनशन स्थल पहुंचकर कहा कि प्रभारी सीईओ लाल बहादुर वर्मा और लेखपाल दोनों के खिलाफ जांच की जाएगी। इसके बाद दोनों को ही हटाया जाएगा। जिस पर आमरण अनशन में बैठे लोगों ने जांच कमेटी बनाई जाने की मांग की है। साथ ही कहा कि पहले दोनों को निलंबित करें और इसकी विस्तृत जांच करें। जब तक दोनों को नहीं हटाया जाता, हम आमरण अनशन पर ही रहेंगे। उनका यह भी आरोप है एक शिक्षक सीईओ बनाए गए है, जो नियम विरूद्ध है।
जनपद अध्यक्ष जीवन सिंह ने कहा कि सीईओ और लेखपाल के तानाशाह रवैये, बजट पर मनमानी और विकास कार्यों की अनदेखी के कारण यह स्थिति बनी है। जब तक दोनों को हटाया नहीं जाएगा, तब तक हम यहां से नहीं हटेंगे। 2015-16 से 2022-23 तक के सभी रिकॉर्ड जब्त कर जांच कराई जाए। दोनों ने जपं के बिना प्रस्ताव के ही नियम विरुद्ध कुर्सी, टेबल, पंखे, कूलर खरीदकर भ्रष्टाचार किया है। अनूपपुर कलेक्टर हर्षल पंचोली ने बताया कि दोनों के खिलाफ पहले भी शिकायत मिली थी। शिकायत मिलने के बाद दोनों के खिलाफ जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट के बाद ही दोनों को हटाया जाएगा।
—————
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला