जौनपुर, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । कृषि विभाग द्वारा मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में महिला सम्मान, सुरक्षा एवं सशक्तिकरण से सम्बंधित मिशन शक्ति अन्तर्गत महिला किसान दिवस आयोजित किया गया। महिलाओं को सम्बोधित करती हुई मुख्य अतिथि राज्य सभा सांसद श्रीमती सीमा द्विवेदी ने कहा कि पहले महिलाएं कमजोर हुआ करती थीं किन्तु सरकार मिशन शक्ति के तहत उन्हें अब विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित कर स्वावलंबी बना रही है, महिलाएं विकासशील देश की अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन्हें इनके अधिकारों और अवसरों से वंचित करने का अर्थ बच्चों और समाज के लिए बेहतर भविष्य से इनकार करने जैसा है। सरकार महिला कृषकों के सशक्तीकरण के लिए 15 अक्टूबर को महिला किसान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। यह एक अत्यंत प्रासंगिक एव सामयिक निर्णय है।महिलाओं की भागीदारी आज हर क्षेत्र में हो रही है। खेती, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन इत्यादि में 60 प्रतिशत से भी अधिक हैं, परन्तु भूमि का स्वामित्व उनके नाम पर अपेक्षाकृत बहुत ही कम प्रतिशत में है, इसी लिए महिलाओं का समूह बनाकर कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) द्वारा स्वावलंबी बनाया जा रहा है। अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डाॅ. दिनेश चन्द्र ने कहा कि महिलाएं समूह बनाकर प्रशिक्षण लेकर स्वावलंबी हो रही है, मोटा अनाज पैदा कर रही है, मशरूम उत्पादन कर रही हैं, जिससे स्वास्थ्य भी सही रहेगा और आय भी बढ़ेगी। जिलाधिकारी ने बताया कि महिलाओं को फार्म मशीनरी बैंक/कस्टम हायरिंग योजना जिसमें ट्रेक्टर, लेजर लैण्ड लेवलर, फसल अवशेष प्रबंधन के यन्त्र एवं अन्य उपयोगी कृषि यंत्रों के क्रय पर 40 – 80 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है, इसमे महिलाओं को प्राथमिकता प्रदान की जाती हैं।
कृषि वैज्ञानिक डाॅ. सन्दीप कुमार ने बताया कि महिलाओं की कृषि क्षेत्र में भागीदारी को पहचान एवं बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा प्रत्येक कृषि विज्ञान केंद्र में एक महिला वैज्ञानिक तैनात करने का निर्णय लिया है। डाॅ. सुरेंद्र प्रताप सोनकर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कृषि विश्वविद्यालयो द्वारा चलाए जा रहे चार वर्षीय गृह विज्ञान के पाठ्यक्रम को कृषि स्नातक की समकक्षता प्रदान कर दी गयी है, जिससे अधिक से अधिक महिलाएं कृषि एवं संबंधित क्षेत्र में सरकारी नौकरीयो में स्थान प्राप्त कर सकें।
महिलाओं को जिला उद्यान अधिकारी डा. सीमा सिंह राणा ने औद्यानिक मिशन, कृषि सिंचाई, सूक्ष्म एवं लघु मध्यम उद्योग की जानकारी दी। मुख्य अतिथि द्वारा जनपद की 51 प्रगतिशील महिलाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन उप परियोजना निदेशक आत्मा डाॅ. रमेश चंद्र यादव ने किया। अन्त में उप कृषि निदेशक हिमांशु पांडेय ने आभार ज्ञापित किया।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी साई तेजा सीलम, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. ओपी श्रीवास्तव, जिला कृषि अधिकारी विनय सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी डाॅ. स्वाति पाहुजा, सहित संध्या सिंह, दुर्गा मौर्या, साधना खरवार, ममता सिंह, शन्नो सिंह आदि सैकड़ों महिला कृषक मौजूद रहीं।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव