– हाई वोल्टेज इवेंट में विध्वंसक, फ्रिगेट, कोरवेट और समुद्री गश्ती विमान हिस्सा लेंगे
नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । क्वाड देशों के बीच विशाखापट्टनम तट पर चल रहे बहुराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास मालाबार का बंदरगाह समाप्त हो गया है। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका की नौसेनाओं ने महत्वपूर्ण समुद्री जुड़ाव के रूप में हिस्सा लिया। अब मंगलवार से बंगाल की खाड़ी में समुद्री चरण शुरू हुआ है, जिसमें चारों नौसेनाओं के युद्धपोत, हेलीकॉप्टर और लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान एक साथ अभ्यास करके उच्च स्तर के सहयोग और परिचालन तालमेल का प्रदर्शन कर रहे हैं।
बहुराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास मालाबार के दूसरे और अंतिम समुद्री चरण में हिस्सा लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका की नौसेनाएं बंगाल की खाड़ी में पहुंच गई हैं। इस हाई वोल्टेज इवेंट में विध्वंसक, फ्रिगेट, कोरवेट और बेड़े के सहायक जहाजों के साथ-साथ लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान, जेट विमान, इंटीग्रल हेलीकॉप्टर और पनडुब्बी संपत्तियां भाग लेंगी। इसमें हवाई युद्ध क्षेत्रों को कवर करते हुए समुद्री युद्ध संचालन की एक विस्तृत श्रृंखला में शामिल होंगी। ये उन्नत और जटिल अभ्यास आपसी समझ और समन्वय को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिसका उद्देश्य समुद्र में एक संयुक्त टास्क फोर्स के रूप में निर्बाध रूप से संचालन करना है।
इस युद्ध अभ्यास में भारतीय नौसेना की पनडुब्बियां भाग लेंगी और भाग लेने वाले देशों के विशेष बलों के संयुक्त अभ्यास भी इस चरण में शामिल होंगे। यह समुद्री चरण भाग लेने वाले देशों के बीच अंतर-संचालन को और मजबूत करेगा और हिंद प्रशांत में क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ाने में योगदान देगा। समुद्री चरण 18 अक्टूबर को मालाबार 2024 के समापन समारोह के साथ खत्म होगा। हिंद प्रशांत क्षेत्र में होने वाली मालाबार एक्सरसाइज एक साल जापान में होती है तो एक साल भारत में और एक साल प्रशांत महासागर में किसी अमेरिकी नौसैनिक बेस के करीब। नौसैनिक अभ्यास का पिछला संस्करण ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में हुआ था।——————————-
(Udaipur Kiran) / सुनीत निगम