जम्मू, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । रविवार को पूर्व जेयूआरएसईए अध्यक्ष डॉ. विकास शर्मा ने जम्मू विश्वविद्यालय पर नियमों और विनियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से इस मामले में जाँच के आदेश जारी करने आग्रह किया। बैठक को संबोधित करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि भर्ती की पूरी प्रक्रिया संदिग्ध है। कुछ खास लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों और विनियमों का उल्लंघन किया जा रहा है।
विवाद का मूल डॉ. शर्मा द्वारा इन पदों के लिए चुने गए कुछ उम्मीदवारों की अवैधता के बारे में बताया गया है। उन्होंने दावा किया कि नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट के अनुसार विभिन्न जारी पदों के लिए कुछ उम्मीदवार संदिग्ध योग्यता वाले हैं जिनमें फर्जी पीएचडी डिग्री वाले उम्मीदवार भी शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रक्रिया राजनीतिक गुट से जुड़े व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई है।
इसके अलावा डॉ. शर्मा ने विश्वविद्यालय के नियमों के उल्लंघन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कुछ उम्मीदवार सीधे तौर पर भर्ती प्रक्रिया में शामिल हैं जो स्थापित नियमों के खिलाफ है। जो लोग शीर्ष पदों के लिए उम्मीदवार हैं वे सीधे तौर पर भर्ती प्रक्रिया में शामिल हैं जो व्यवस्था का मजाक है। डॉ. शर्मा ने मांग की कि जेयू को स्क्रीनिंग कमेटी के उन सदस्यों के नाम सार्वजनिक करने चाहिए जिन्होंने अयोग्य उम्मीदवारों को योग्य बनाया। साक्षात्कार का वीडियो तुरंत जारी किया जाना चाहिए ताकि सभी को पता चल सके कि साक्षात्कार में कौन-कौन लोग शामिल हुए। उन्होंने एलजी मनोज सिन्हा से अपील की है कि वह संस्थान में लोगों का विश्वास बहाल करने के लिए जांच का आदेश जारी करें।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा