श्रीनगर 09 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) कुपवाड़ा ने बाल कल्याण विकास, कुपवाड़ा, समाज कल्याण विभाग कुपवाड़ा और शिक्षा विभाग कुपवाड़ा के सहयोग से बुधवार को जीएचएसएस नगरी में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के पीड़ितों और नशीली दवाओं के खतरे के उन्मूलन पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम का आयोजन शाजिया तबस्सुम, अध्यक्ष, डीएलएसए जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुपवाड़ा की देखरेख और मार्गदर्शन में किया गया था।
कार्यक्रम का उद्देश्य नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थों के संबंध में कानूनी प्रावधानों, विभिन्न नीतियों, कार्यक्रमों और योजनाओं के बारे में जनता के बीच जागरूकता फैलाना और साथ ही बच्चों के अधिकारों, स्कूलों और कॉलेजों में बच्चों, इंजेक्टिव ड्रग उपयोगकर्ताओं, परिवारों, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों आदि के बीच नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करना था।
संसाधन व्यक्ति, एडवोकेट जाविद अहमद मीर;पैनल वकील डीएलएस, कुपवाड़ा ने व्यापक कानूनों पर एक विस्तृत भाषण दिया। उन्होंने यह भी बताया कि नशीली दवाओं का खतरा लगातार बढ़ रहा है और छात्र और युवा इससे खास तौर पर प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने छात्रों को अपने साथियों से बात करने और अपने दोस्तों के किसी भी अप्रिय व्यवहार के बारे में शिक्षकों और अभिभावकों को सूचित करने के लिए प्रोत्साहित करके एक.दूसरे की मदद करने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया।
कार्यक्रम में उप मुख्य शिक्षा अधिकारी कुपवाड़ा, बाल कल्याण समिति के अधिकारी और समाज कल्याण विभाग के अधिकारी कुपवाड़ा महिला सेल के अधिकारी और डीएलएसए कुपवाड़ा के पैरा लीगल वालंटियर शामिल हुए।
(Udaipur Kiran) / मोनिका रानी