बलिया, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । फर्जी दस्तावेज बनाकर विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला व्यक्ति मंगलवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। मीरजापुर के रहने वाले इस शातिर के खिलाफ वाराणसी में पहले भी मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक कृपाशंकर ने बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र की एक महिला द्वारा प्रार्थाना पत्र देकर शिकायत की गई थी कि उनके पुत्र ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर 2021 में संयुक्त रूप से कैलिब्ररी कन्सल्टटेंसी नाम की कंपनी बनायी थी। जिसका उद्देश्य बेरोजगार नौजवानों को नौकरी दिलाना था। ये लोग इस कन्सल्टटेंसी के माध्यम से क्षेत्र में लोगों को देश-विदेश में नौकरी के माध्यम से जोड़ने का काम करते हैं।
इसी दौरान दोनों की मुलाकात मूल रूप से मीरजापुर के चुनार थाने के सहसपुरा निवासी और वर्तमान में वाराणसी के कबीरनगर थाना भेलुपुर में रह रहे अनुराग सिंह से हुई। जो अपने आपको वेटू अन्ब्रड कम्पनी का मालिक बताते हुए वीजा व नौकरी दिलाने वाला बताता था। उसने वर्ष 2023 से लगातार कई महीनों से दोनों दोस्तों से पैसे लिये हैं।
बकौल एएसपी अनुराग सिंह ने फर्जी दस्तावेज व न्यूजीलैण्ड का वीजा दोनों के एक क्लाइंट को दिया है। इस प्रकरण में लगभग आठ माह बीत जाने के पश्चात जब कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो दिये गये रूपये वापस मांगने पर अनुराग सिंह अपने आप को राजनीतिक पहुंच वाला बताते हुए गाली-गलौज करते करने लगा। उसने जान से मारने की धमकी दी। तहरीर में आरोप लगाया गया है कि अनुराग सिंह अपराधी व फ्राड किस्म का व्यक्ति है जो बेरोजगार नौजवानों को राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नौकरी दिलाने के नाम पर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर कई करोड़ रुपये का गबन किया है। उन्होंने कहा कि अनुराग सिंग को मंगलवार को माल्देपुर मोड़ काली माता मन्दिर के पास से गिरफ्तार किया गया।
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(Udaipur Kiran) / नीतू तिवारी