अशोकनगर, 08 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । गुना संसदीय क्षेत्र का अशोकनगर जिला अत्यंत पिछड़ा हुआ जिला है। यहां औद्योगिक इकाईयां जहां शून्य हैं, वहीं रेल सुविधाओं का भी अभाव है। बीते लोकसभा चुनाव में सांसद प्रत्याशी के रूप में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस तरह सभी वायदे पूरे करने के वायदे किए थे। पर क्षेत्र में औद्योगिक इकाईयां शुरू करने और रेल सुविधाऐं बढ़ाने की बात पर सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया बिफर पड़े, जो पूरे जिले भर में जनचर्चा का विषय है।
दर असल, ज्योरिादित्य सिंधिया का अशोकनगर आगमन हुआ, वे मंगलवार सुबह अपने जनसम्पर्क कार्यालय में लोगों से मिल रहे थे। इसी बीच जिले के सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.योगेश मिश्रा भी रेल सुविधाओं और नैशनल हाइवे और उद्योग स्थापित करने आदि विकास संबंधी मांगे करने अपने आवेदन लेकर पहुंचे हुए थे। सांसद सिंधिया और डॉ.योगश मिश्रा का आमना सामना होते ही सिंधिया, डॉ.मिश्रा पर बिफर गए और कहा कि आपकी टिप्पणी मैने देखी ही, ठीक नहीं है।
दर असल सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.मिश्रा जिले में औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने, अशोकनगर से चंदेरी-ललितपुर नवीन रेल लाईन की मांग और अशोकनगर को नैशनल हाइवे से जोडऩे की मांग करते आ रहे हैं। इन्हीं मुद्दों को लेकर उनके द्वारा एवं जोनल रेल सलाहकार समिति के सदस्य सुनील आचार्य द्वारा बीते 5 सितम्बर को एक प्रेसवार्ता भी आयोजित की गई थी। तत्पश्चात डॉ.मिश्रा उक्त विकास संबंधी मुद्दों को लेकर सांसद सिंधिया से मिले तो सिंधिया अचानक बिफर गए।
लोकतंत्र में बात करने का है अधिकार:
सांसद सिंधिया द्वारा सार्वजनिक तौर पर सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.मिश्रा पर बिफरने के उपरांत डॉ.मिश्रा का कहना है कि लोकतंत्र में अपनी बात कहने का उन्हें अधिकार है। उनका कहना कि जनता के हित में अगर क्षेत्र के विकास संबंधी मांग सांसद के समक्ष नहीं रखी जाएगी तो किसके समक्ष रखी जाएगी? उनका कहना कि वे आगे भी क्षेत्र के विकास संबंधी मांगे उठाते रहेंगे।
इस बार सांसद सिंधिया का आगमन जनचर्चा का विषय है, उक्त वाकिये पर सोशल मीडिया पर भी लोगों की प्रतिक्रियायें शुरू हो गईं हैं। सुरेन्द्र यादव नामक व्यक्ति लिखते हैं कि यह नौटंकी होनी ही है, कुछ नहीं मिलने वाला।
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(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार