भीलवाड़ा, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । भीलवाड़ा जिले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए जयपुर-चित्तौड़गढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हजारी खेड़ा के निकट परिवहन उड़नदस्ते पर रेड मारी। इस कार्रवाई में परिवहन निरीक्षक शंभू लाल और दो गार्डों को हिरासत में लिया गया। एसीबी टीम को परिवहन दस्ते के पास से निर्धारित चालान राशि से अतिरिक्त 14 हजार रुपये मिले, जिसकी जांच जारी है।
एसीबी के एडिशनल एसपी बृजराज सिंह चारण ने बताया कि राजस्थान स्तर पर भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतें टोल फ्री नंबर 1064 पर प्राप्त होती हैं। इसी क्रम में सोमवार सुबह एक ट्रक चालक ने शिकायत दर्ज करवाई कि भीलवाड़ा के पुर बाइपास पर परिवहन दस्ते द्वारा ओवरलोड ट्रक के नाम पर 10 हजार रुपये की मांग की जा रही है। शिकायत मिलने के बाद एसीबी टीम ने ट्रक चालक से संपर्क किया। चालक ने बताया कि दस्ते ने उसके रुपये नहीं लिए, बल्कि केवल ट्रक के कागजात लेकर चले गए थे।
एएसपी चारण ने बताया कि परिवहन दस्ता दोबारा नेशनल हाइवे पर आ गया था, जिस पर एसीबी टीम ने उनकी जांच शुरू की। तलाशी के दौरान परिवहन दस्ते के पास निर्धारित चालान राशि से 14 हजार रुपये ज्यादा मिले, जो संदेहास्पद थे। दस्ते के पास कुल 19 हजार रुपये चालान की राशि थी, लेकिन अतिरिक्त 14 हजार रुपये मिलने पर टीम ने दस्ते के निरीक्षक शंभू लाल और दो गार्डों को हिरासत में लिया। तीनों से पूछताछ की जा रही है, और इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एसीबी की टीम ने इस कार्रवाई को भीलवाड़ा के पुर बाइपास पुलिया पर अंजाम दिया। एएसपी चारण ने बताया कि यह कार्रवाई ट्रकों से अवैध वसूली की शिकायत पर की गई थी। ट्रक चालक ने शिकायत में कहा था कि परिवहन दस्ते द्वारा हाई लोडिंग के नाम पर 10 हजार रुपये की मांग की जा रही थी। एसीबी टीम ने मौके पर पहुंचने के बाद देखा कि दस्ता पहले ही वहां से जा चुका था। हालांकि, दस्ते के वापस लौटने पर उनकी गतिविधियाँ संदिग्ध पाई गईं।
तलाशी के दौरान परिवहन दस्ते के पास चालान की तय राशि से अधिक पैसा मिलने पर टीम को दस्ते की गतिविधियों पर शक हुआ। इसके बाद उच्च अधिकारियों के निर्देश पर परिवहन निरीक्षक शंभू लाल और उनके साथ दो गार्डों को हिरासत में लिया गया। एसीबी टीम ने दस्ते से गहन पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि अतिरिक्त राशि कहां से और कैसे प्राप्त हुई।
इस पूरी घटना के बाद एसीबी की टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है। हिरासत में लिए गए तीनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, और भ्रष्टाचार से जुड़े अन्य तथ्यों को खंगाला जा रहा है। एसीबी के अधिकारियों ने कहा कि यदि पूछताछ में और भी अवैध वसूली के मामले सामने आते हैं, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / मूलचंद