देहरादून, 02 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि उपभोक्ताओं के चिंता से इतर जबरन घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने का फ़ैसला समझ से परे हैं। हाल यह है कि सरकार के पास बिजली व्यवस्था के लिए फंड नहीं है फिर भी स्मार्ट मीटर पर पैसा खर्च किया जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने एक जारी बयान में कहा कि राज्य में जल्द पुराने बिजली मीटर के बदले स्मार्ट मीटर लगाये जाएंगे। स्मार्ट मीटर लगाने से पहले सरकार को यह बताना चाहिए कि आखिर पहले से लगा मीटर क्यों हटाया जा रहा है उसमें क्या त्रुटि है और स्मार्ट मीटर में क्या खूबी है। अगर पहले से लगाये गये मीटर में कोई त्रुटि नहीं है, तो उसे आखिर क्यों हटाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों से स्मार्ट मीटर के विरोध की खबरें आ रही हैं। विभिन्न राज्यो में जहां स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं, वहां उपभोक्ताओं की शिकायत का अंबार है कि स्मार्ट मीटर में खपत से ज्यादा बिजली बिल आ रहा है। उपभोक्ता को नहीं पता कि स्मार्ट मीटर के पीछे कौन है,किसकी कंपनी है,इसकी प्रमाणिकता क्या है और क्यों केन्द्र इसे लगाने के लिए राज्यों पर शर्तें थोप रहा है।
उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में अभी तक स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे हैं गरीब लोगों के लिए बिजली का बिल चुकाना मुश्किल साबित हो रहा है। बगैर कोई सूचना के बिजली काट दी जाती है। निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाना चाहती है। कांग्रेस इस निर्णय को लागू करने से पहले जनभावनाओं को समझने की मांग करती है। कांग्रेस इस योजना का पुरजोर विरोध करेगी।
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार