Uttar Pradesh

भारत 2047 तक तभी विकसित होगा, जब किसान उद्यमी बनेगा : डॉ उधम सिंह गौतम

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—भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी ने मनाया 34 वां स्थापना दिवस

वाराणसी, 28 सितम्बर (Udaipur Kiran) । भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी ने शनिवार को अपना 34वाँ स्थापना दिवस मनाया। स्थापना दिवस में बतौर मुख्य अतिथि शामिल नई दिल्ली स्थित कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल के सदस्य एवं सब्जी वैज्ञानिक डॉ मेजर सिंह ने परिसर में पौधरोपण के बाद संस्थान के विकास और प्रगति पर खुशी जताते हुए कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल की स्थापना, इसके इतिहास एवं हाल के दिनों में हुए भर्ती सुधार कार्यों को विस्तार से बताया।

विशिष्ट अतिथि उप महानिदेशक (प्रसार विज्ञान), आईसीएआर डॉ ऊधम सिंह गौतम ने प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत का स्वप्न तभी साकार होगा, जब किसान उद्यमी बन कर खेती करेंगे। उन्होंने कृषि तकनीकी प्रसार एवं क्षमता संवर्धन की दिशा में भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् के आर्या, फार्मर्स फर्स्ट, नारी जैसी योजनाओं को बताया। उन्होंने 10000 एफपीओ एवं 3000 स्वयं सहायता समूह से जुड़े किसानों एवं उद्यमियों को संस्थान की ओर से प्रशिक्षित करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन का भी आह्वान किया।

कार्यक्रम में संस्थान के कार्यकारी निदेशक डॉ नागेंद्र राय ने अतिथियों का स्वागत कर संस्थान की उपलब्धियों को बताया। इस दौरान संस्थान के विभिन्न प्रकाशनों सब्जी किरण, वार्षिक प्रतिवेदन, सब्जी शोध पत्रिका, सब्जी समाचार, तकनीक बुलेटिन का विमोचन किया गया। सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए वैज्ञानिक वर्ग में डॉ प्रभाकर मोहन सिंह, डॉ डी आर भारद्वाज , तकनीकी वर्ग में राम आसरे, प्रशासनिक वर्ग में सुदीप सिंह, कुशल सहायक वर्ग में शिव कुमार एवं कृषि विज्ञान केंद्र (भदोही) में डॉ रेखा सिंह को प्रशस्ति पत्र दिया गया। कार्यक्रम में निदेशक, कृषि विज्ञान संस्थान, बीएचयू डॉ एस वी एस राजू, निदेशक, सरसों अनुसंधान निदेशालय, भरतपुर, राजस्थान डॉ पी के राय, निदेशक भी मौजूदगी रही। संचालन डॉ. डी आर भारद्वाज एवं धन्यवाद ज्ञापन डा. अरविंद नाथ सिंह ने किया।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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