हल्द्वानी, 28 सितंबर (Udaipur Kiran) । विधायक सुमित हृदयेश ने जिला प्रशासन पर विकास कार्यों में भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। उन्हाेंने कहा कि अधिकारी सतारूढ़ दल के नेताओं के इशारों पर काम कर रहे हैं, जिसके चलते क्षेत्रीय विधायक स्तर से प्रस्तावित कार्याें काे दरकिनार कर दिया जा रहा है।
विधायक हृदयेश ने शुक्रवार काे अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दाैरान बताया कि जनता से जुड़ी कई समस्याओं के समाधान की दिशा में काेई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इसके विराेध मेंकांग्रेस 30 सितम्बर को प्रातः 10 बजे जन आक्रोश रैली निकालकर जिलाधिकारी के आवास का घेराव करेगी, जिसमें कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता शिरकत करेंगे।
उन्हाेंने आइएसबीटी, बिजली के बिलों से जुड़ी समस्याओं, सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा, आवारा पशुओं से हो रहे जान-माल के नुकसान का जिक्र किया। उन्हाेंने कहा कि गौला के गाैला के पुल की मरम्मत के नाम पर 9 करोड़ 50 लाख रुपये की मिट्टी भराई कर दी गई, जिसे नदी बहा ले गई। अब फिर से पुल के निर्माण के लिये 24 करोड़ रुपये के टेन्डर जारी किए जा रहे हैं।
विधायक ने आवारा पशुओं की समस्या का भी जिक्र करते हुए कहा कि लम्बे समय से गौशाला बनाने की बात हो रही थी, लेकिन वह अब तक नहीं बन पाई है।वर्तमान में इसे राजपुरा के रिहायशी इलाके से संचालित किया जा रहा है, जो कि पूर्णतया गलत है।
गौला नदी द्वारा लगातार किये जा रहे भूकटाव को उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि कलसिया नाले में तीन मकान आपदा की भेंट चढ़ गये। इस दौरान सरकार द्वारा आपदा मद में जो धनराशि प्रभावितों को उपलब्ध करायी गयी वह बेहद कम है। उन्होंने कहा कि आपदा के कमजोर मानकों में बदलाव किया जाना चाहिए।
प्रेस वार्ता में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, हेमंत बगड़वाल, गोविन्द बिष्ट, राहुल छिमवाल, जगमोहन चिलवाल, भोला भट्ट मुख्य रूप से उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / अनुपम गुप्ता