हरिद्वार, 25 सितंबर (Udaipur Kiran) । वर्ष 2026 गायत्री परिवार की संस्थापिका माता भगवती देवी शर्मा एवं सिद्ध अखण्ड दीप का जन्मशताब्दी वर्ष है, जिसे पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाएगा। इस उपलक्ष्य में देशभर में गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं शैलदीदी के मार्गदर्शन में यज्ञीय आयोजनों की योजना है। इसी के अंतर्गत, शांतिकुंज, हरिद्वार में चयनित कार्यकर्ताओं के लिए चार दिवसीय पुनर्बोध शिविर का शुभारंभ किया गया।
शिविर के उद्घाटन सत्र में व्यवस्थापक योगेन्द्र गिरी ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह समय चुनौतियों से भरा है, और इस दौरान हम सभी को अपने नैतिक दायित्वों का निर्वहन कर समाज, परिवार और राष्ट्र को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए। उन्होंने सरल, सहज और अनुशासित जीवनशैली के माध्यम से समाज में आदर्श स्थापित करने पर बल दिया। गिरी ने कहा कि वर्तमान में पूरा समाज गायत्री परिवार की ओर आशा भरी दृष्टि से देख रहा है, और हमें अपनी प्रामाणिकता को बनाए रखते हुए इन अपेक्षाओं पर खरा उतरना है।
द्वितीय सत्र में रचनात्मक प्रकोष्ठ के समन्वयक केदार प्रसाद दुबे ने जन्मशताब्दी कार्यक्रम के उद्देश्यों और प्रयोजनों पर प्रकाश डाला। वहीं, प्रो. विश्वप्रकाश त्रिपाठी ने राष्ट्र को सशक्त और समर्थ बनाने के विभिन्न उपायों की चर्चा की।
शांतिकुंज मीडिया विभाग के अनुसार, इस चार दिवसीय शिविर में कुल 12 सत्र होंगे, जिनमें विषय विशेषज्ञ परिवार, समाज और राष्ट्र के विकास से संबंधित विभिन्न सूत्रों की जानकारी देंगे। शिविर में बिहार, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित 15 राज्यों से चयनित 200 से अधिक वरिष्ठ गायत्री परिजन भाग ले रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला