शिमला, 24 सितंबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश सरकार द्वारा स्कूलों और समाज के बीच बेहतर समन्वय सहित सामुदायिक भागीदारी बढ़ाने की दिशा में अपना विद्यालय – द हिमाचल स्कूल एडाॅप्शन प्रोग्राम के तहत शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप ने गोद लिए हुए राजकीय आर्दश वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मशोबरा का निरीक्षण किया। इस दौरान वह बच्चों से रूबरू भी हुए। उन्होंनें कक्षाओं, लैब, स्टाफ रूम, शौचालय आदि का निरीक्षण भी किया।
उन्होंने कहा कि मशोबरा आश्रम की 71 के करीब छात्राएं इस स्कूल में पढ़ रही है। सरकार ने उनके लिए मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना लागू की है। इस दौरान पूरा स्कूली स्टाफ भी मौजूद रहा।
उपायुक्त बच्चों के साथ डेस्क पर काफी देर तक बैठ कर ही बातचीत करते रहे। बच्चों ने अधिकांश सवालों के जवाब दिए।
हर बच्चे को दी जाएगी डिक्शनरी
मशोबरा स्कूल पहुंचने पर उपायुक्त ने फैसला लिया कि इस स्कूल में पढ़ने वाले हर बच्चे को इंग्लिश टू हिंदी डिक्शनरी दी जाएगी। इस स्कूल में 273 बच्चें पढ़ते है। ऐसे में हर बच्चे को आगामी दो सप्ताह के भीतर डिक्शनरी मुहैया करवाई जाएगी। इस पर आने वाला सारा खर्च उपायुक्त अपने वेतन से करेंगे। इसके अलावा, 10 डिक्शनरी पुस्तकालय में रखी जाएगी। हर दिन नए शब्द बच्चों को सीखने चाहिए, तभी भाषा पर पकड़ मजबूत होगी।
मेरिट में आए तो मिलेगा पुरस्कार
राज्य की मेरिट में अगर स्कूल से कोई बच्चा स्थान हासिल करता है। तो ऐसे बच्चों को विशेष पुरस्कार देकर सम्मानित करेंगे। उपायुक्त ने बताया कि बच्चे की रुचि के हिसाब से पुरस्कार मुहैया करवाने की प्राथमिकता रहेगी ताकि भविष्य में अपने लक्ष्य को हासिल करने में प्राप्त पुरस्कार एक मील का पत्थर साबित हो सके।
95 प्रतिशत मार्क्स लाए तो भी मिलेगा पुरस्कार
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि स्कूल में 95 फीसदी से अधिक अंक हासिल करने वाले हर छात्र को अलग से पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। इस स्कूल में अभी तक अधिकतम 87 प्रतिशत अंक ही छात्र प्राप्त कर सके हैं। ऐसे में बच्चों के बीच प्रतियोगिता को बढ़ावा देने के लिए 95 फीसदी से अधिक अंक लाने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया गया।
शीघ्र डंगा लगाने के निर्देश
उपायुक्त ने स्कूल परिसर के साथ भूस्खलन के कारण बाधित हुए मार्ग और भवन के लिए खतरा बने क्षेत्र में शीघ्र डंगा लगाने के निर्देश दिए। खंड विकास अधिकारी अंकित कोटिया को तुरंत डंगे का एस्टीमेट बनाने को आदेश दिए ताकि स्कूल का भवन भी सुरक्षित रह सके और आम रास्ता भी बहाल हो।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा