टोक्यो, 24 सितंबर (Udaipur Kiran) । बरसात और भूस्लखन से कई दिन से बेहाल जापान के लोगों को आज इजू द्वीप समूह के आसपास भूकंप के झटकों का सामना करना पड़ा। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.9 दर्ज की गई। भूकंप आने की वजह ज्वालामुखी गतिविधि बताई गई है। भूकंप के बाद सुबह सुदूर जापानी द्वीपों पर मध्यम दर्जे की सुनामी आई।
द जापान टाइम्स की खबर के अनुसार, देश की मौसम विज्ञान एजेंसी ने भूकंप आने के बाद आगाह किया कि इजू और ओगासावारा द्वीप शृंखला के तटों पर ज्वार के स्तर से एक मीटर ऊपर तक की लहरें उठ सकती हैं। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी है। इजू समूह के द्वीपों पर लगभग 21,500 और ओगासावारा द्वीप समूह पर लगभग 2,500 लोग रहते हैं। जापान में बरसात और भूस्खलन से भी भारी तबाही हुई है। आज भी राहत और बचाव का काम चल रहा है। लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
भूकंप आने के लगभग 30 मिनट बाद हचिजो द्वीप पर याने जिले में लगभग 50 सेंटीमीटर की सुनामी का पता चला। तीन अन्य द्वीपों कोजु़ुशिमा, मियाकेजिमा और इजू और ओशिमा पर कम ऊंची लहरें उठीं। भूकंप का असर हचिजो द्वीप से लगभग 180 किलोमीटर दक्षिण में दिखा। यह स्थान राजधानी टोक्यो से लगभग 300 किलोमीटर दक्षिण में है। जापान प्रशांत महासागर को घेरने वाली भूकंपीय रेखा ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है।
जापान के प्रमुख कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने कहा कि सरकार को भूकंप या सुनामी से किसी तरह के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। एजेंसी ने सरकार को बताया है कि यह स्पष्ट नहीं है कि मंगलवार का भूकंप इजू द्वीप शृंखला में स्मिथ द्वीप के 19 सितंबर को हुए विस्फोट से संबंधित है या नहीं। टोरीशिमा द्वीप के पास अकसर 6.0 तीव्रता के भूकंप आते रहे हैं। यहां 2023 में 6.5 तीव्रता का भूकंप आया था।
(Udaipur Kiran) / मुकुंद