जबलपुर, 21 सितंबर (Udaipur Kiran) । थाने में बुजुर्ग की मौत के मामले को लेकर मृतक के परिजनों ने थाना प्रभारी पर सीधा आरोप लगाया है । उन्होंने कहा है कि थानाप्रभारी के दुर्व्यवहार के कारण ही बेनीलाल की मौत हुई है। इस घटना के बाद बड़ी संख्या में स्थानीय लोग बरेला थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई।
इस मामले में और विवाद तब बढ़ गया जब पुलिस ने बरेला थाने का एक CCTV फुटेज जारी किया। यह वीडियो घटना के बाद का था, जिसमें बेनीलाल पटेल को कुर्सी पर बैठे हुए दिखाया गया। हालांकि, परिजनों और स्थानीय लोगों का आरोप है कि वीडियो को जानबूझकर एडिट किया गया है और घटना के कुछ अहम हिस्से गायब हैं। CCTV वीडियो की शुरुआत उस वक्त से होती है जब बेनीलाल पटेल कुर्सी पर बैठते हैं, लेकिन उससे पहले का घटनाक्रम नहीं दिखाया गया। वीडियो के बीच के लगभग दो मिनट गायब हैं, सीसीटीवी वीडियो में 6:36 से 6:38 तक बीच का 2 मिनट का वीडियो गायब है। जिससे यह संदेह और गहराता जा रहा है कि पुलिस ने अपनी छवि बचाने के लिए वीडियो छेड़छाड़ की है।
बताया जाता है कि 18 सितंबर को गणेश विसर्जन के दौरान शुभम पटेल का किसी के साथ विवाद हो गया था, जिसे लेकर उन्हें शुक्रवार 21 सितंबर को बरेला थाने बुलाया गया। शुभम का आरोप है कि थाना प्रभारी ने उनसे गाली-गलौज की और उल्टा उनसे गाली-गलौज की और उल्टा मामला दर्ज करने की धमकी दी। जब शुभम के पिता बेनीलाल पटेल थाने पहुंचे तो थाना प्रभारी ने उनके साथ भी अभद्र व्यवहार किया और डांट लगाई। परिजनों का कहना है कि थाना प्रभारी की फटकार से बेनीलाल पटेल को हार्ट अटैक आया, जिसके चलते उनकी वहीं थाने में ही मौत हो गई, जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ रहा है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि वीडियो में किसी तरह का काट छांट नहीं किया गया है यदि ऐसा कुछ है तो इस पर भी जांच की जाएगी। वहीं आरोपी थाना प्रभारी प्रमोद साहू को बरेला थाने से अलग कर दिया गया।
—————
(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक