Uttrakhand

उत्तराखंड भाजपा प्रवक्ता खजान दास बोले- 1967 तक वन इलेक्शन से शासन करने वाली कांग्रेस को अब आपत्ति क्यों?

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता  राजपुर विधायक खजान दास

– विकास की गति को निर्बाध बनाने के लिए एक देश एक चुनाव जरूरी

– भाजपा एक देश-एक चुनाव पर देशवासियों को एक करके रहेगी

देहरादून, 20 सितंबर (Udaipur Kiran) । भाजपा ने कांग्रेस नेताओं द्वारा वन नेशन वन इलेक्शन के विरोध को उनकी नकारात्मक राजनीति का हिस्सा बताया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजपुर विधायक खजान दास ने पलटवार किया कि 1967 तक जिस पार्टी के शासन में देशभर में एकसाथ चुनाव हुए, वही अब इसे असंभव बता रहे हैं। उन्होंने तंज कसा कि संविधान संशोधन के लिए बहुमत की चिंता न करें क्योंकि देश में राजनीति पर राष्ट्रहित को तरजीह देने वाले अनेकों दल हैं।

उन्होंने कहा कि आजादी के बाद 1952, 57, 62, 67 में लोकसभा एवं विधानसभाओं के चुनाव एक साथ हुए थे तब देश में कांग्रेस का शासन था, लेकिन तब किसी को कोई दिक्कत नहीं हुई। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को पुनः एक देश एक चुनाव के माध्यम से जोड़ना चाहते हैं तो कांग्रेस पार्टी को सबसे अधिक दिक्कत है। कांग्रेस जिसे अब संविधान विरोधी बता रही है उसको कांग्रेस ने अपने शासन में लागू किया। इस नीति को तोड़ने वाली भी कांग्रेस पार्टी है, जिसने लगातार एक के बाद एक राज्यों की निर्वाचित सरकारों को बर्खास्त किया। इसके चलते अनेक राज्यों में मध्यावधि चुनाव कराने की नौबत आई और एक देश एक चुनाव की परंपरा समाप्त हो गई है।

इस मुद्दे पर कांग्रेस का यह रुख स्पष्ट करता है कि वह देश के विकास में आने वाली बाधाओं को दूर करने के पक्ष में नहीं है। कांग्रेस को एहसास है कि संगठन विहीन एवं विचारहीन संगठन के दम पर वे एकसाथ देश में चुनाव का सामना नहीं कर सकते हैं। यही वजह है कि वे इस मुद्दे पर अपने लाभ की कीमत पर देश का नुकसान करने की नीति पर अमल कर रही है। कांग्रेस नेता जिस मध्यावधि चुनाव की स्थिति का जिक्र कर रहे हैं तो इसको लेकर अवश्य इस नीति में विचार किया गया है और आगे संसद के पटल पर इस प्रस्ताव को रखा जाएगा। इसमें वह अपने सुझाव दे सकते हैं। लिहाजा विरोध करने के बजाय कांग्रेस को अपने सुझावों के साथ सकारात्मक रुख अपनाना चाहिए।

उन्होंने एनडीए के पास संविधान संशोधन के लिए आवश्यक 362 के आंकड़ों को लेकर उठाए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस बेशक अपने हित के लिए इस मुद्दे पर राष्ट्रहित को पीछे रख सकती है, लेकिन देश में एनडीए के अतिरिक्त अनेकों राजनीतिक दल हैं जिनके लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि है। लिहाजा देश का समय और पैसे बचाकर विकास की रफ्तार तेज करने के लिए भाजपा इस मुद्दे पर देश को एक करके रहेगी। कांग्रेस को भ्रम और संशय फैलाने के बजाय इस विषय पर अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए।

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(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण

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