लखनऊ, 18 सितम्बर (Udaipur Kiran) । एसजीपीजीआई के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर रूचिका टंडन को डिजिटल अरेस्ट करके लगभग दो करोड़ रुपये की ठगी के मामले में एसटीएफ ने गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में बिहार राज्य का रहने वाला ऋषिकेश कुमार उर्फ मयंक, गोपाल कुमार उर्फ रोशन उर्फ राहुल, गणेश कुमार के अलावा वाराणसी निवासी राजेश गुप्ता और चंदौली जिले का रहने वाला मणिकांत पाण्डेय उर्फ मिश्रा जी भी इस वारदात में शामिल थे। इन लोगों के पास से दो लाख 42 हजार रुपये समेत अन्य चीजें बरामद हुई है। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि हम लोग एक साथ मिलकर साइबर फ्रॉड का काम करते हैं। हम लोगों ने मिलकर पीजीआई की डॉक्टर रूचिका टंडन को डिजिटल अरेस्ट करके फ्रॉड किया था। उनसे मिले रुपयों को हम लोगों ने अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा लिये थे।
पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि इन लोगों के काम भी बटे हुए थे। फ्रॉड करते समय अभियुक्त ऋषिकेश, गोपाल और गणेश अलग-अलग व्यक्तियों से बात करने का काम करते थे। मणिकांत और राजेश अलग-अलग लोगों से करेंट व कारपोरेट एकाउंट की चेक बुक इंटरनेट बैंकिग की आईडी पासवर्ड बैंक खाते पर रजिस्टर्ड सिम की व्यवस्था करते हैं। जिससे उन खातो में अधिक से अधिक रुपये ट्रांसफर किये जा सके। इन लोगों एक डॉक्टर के मोबाइल नम्बर पर कॉल करके खुद को पुलिस व सीबीआई अधिकारी बताकर उन्हें डराते-धमकाते हुए उनकी व्यक्तिगत जानकारी लेकर उनके खाते से रुपये ट्रांसफर कर लिया गया था। फिलहाल अभियुक्तों के खिलाफ अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
(Udaipur Kiran) / दीपक वरुण