– हॉस्टल की तमाम समस्याओं को लेकर वार्डन का जताया विरोध
झांसी, 17 सितम्बर (Udaipur Kiran) । बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के परिसर में झलकारी बाई गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियों ने रात के समय वार्डन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए मोर्चा खोल दिया। प्रदर्शनकारी लड़कियों का आरोप था कि हॉस्टल वार्डन उनके किसी भी काम को नहीं करती हैं। अगर किसी लड़की की रात में तबीयत खराब हो या फिर बीमार हो, उसके लिए एंबुलेंस नहीं बुलाई जाती है। वाटर कूलर को सही करने की बात कही तो उसको भी इग्नोर कर देती है। बिजली न आने की शिकायत करने पर उल्टा लड़कियों को ही दोषी ठहरा कर डांटा जाता है। इन सब परेशानियों से त्रस्त होकर सोमवार की अर्ध रात्रि में सैकड़ों छात्राएं कुलपति के आवास पहुंच गई और गेट के सामने प्रदर्शन करते हुए जमकर हंगामा काटा। इस दौरान उन्होंने हॉस्टल वार्डन को बदलने की मांग की।
सोमवार की देर रात बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय की सैकड़ों छात्राएं हाथों में वी वांट जस्टिस की तख्ती लिए कुलपति प्रो. मुकेश पांडेय के आवास के सामने जा पहुंची। एक स्वर में वीसी को बुलाओ के नारों ने पूरे विश्वविद्यालय कैम्पस को जागा कर नंगे पांव वीसी आवास तक भागने को मजबूर कर दिया। प्रदर्शन कर रही एक छात्रा ने बताया कि बीते रोज एक लड़की की तबीयत खराब हो जाने की वजह से वार्डन को फोन कर एंबुलेंस भेजने के लिए कहा गया। वार्डन ने यह बात नहीं सुनी। मजबूरन लड़की को ऑटो में हॉस्पिटल लेकर जाना पड़ा। एक अन्य छात्रा ने कहा कि हॉस्टल में अच्छा खाना नहीं मिलता है। कई बार खाने में कीड़े भी पाए गए हैं। बाथरूम भी बदहाल हैं। इसके बारे में जब भी वार्डन से बात की गई तो उन्होंने कोई भी बात नहीं सुनी। वार्डन छात्राओं पर कई प्रकार की बंदिशे भी लगाती हैं।
हंगामा बढ़ता देख विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक, चीफ प्रॉक्टर समेत कई विभागों के विभागाध्यक्ष व शिक्षक मौके पर पहुंच गए। उन्होंने छात्राओं से बात करने का प्रयास किया जो असफल रहा। छात्राएं एक ही जिद पर अड़ी थी कि कुलपति को बुलाया जाए। हालांकि कुलपति के शहर के बाहर होने के कारण यह संभव नहीं हो पाया।
चीफ प्रॉक्टर प्रो. आर.के. सैनी ने बताया कि रात लगभग 9:30 बजे उन्हें जानकारी प्राप्त हुई थी कि झलकारी बाई हॉस्टल की लड़कियां कुलपति आवास की तरफ बढ़ रही हैं। उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया। लड़कियां हॉस्टल की व्यवस्थाओं से परेशान है। उन्होंने खराब खाने और बदहाल टॉयलेट की शिकायत की। इसके साथ ही वार्डन के रवैये के बारे में भी शिकायत मिली है। छत्राओं की मांग पर कुलपति ने संदेश भिजवाया है कि वह मंगलवार दोपहर सभी छात्राओं से मिलेंगे और उनकी समस्याओं को सुनेंगे। हालांकि आधी रात के बाद तमाम जद्दोजहद के चलते वीसी के आश्वासन के बाद ही छात्राओं का आक्रोश थमा।
(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया