अहमदाबाद, 16 सितंबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर से सोमवार को चौथी ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्ट (री-इनवेस्ट) मीट तथा एक्सपो का शुभारंभ कराया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रासंगिक वक्तव्य में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशादर्शन में गुजरात रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में लीडिंग स्टेट बना है। पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ग्रीन-क्लीन एनर्जी – हरित ऊर्जा के लिए जो संकल्प किया है, उसे साकार करने में गुजरात अपनी रिन्यूएबल एनर्जी पॉलिसी तथा ग्रीन हाइड्रोजन पॉलिसी के साथ ग्रीन फ्यूचर के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ऐसे विजनरी नेता हैं, जो हमेशा समय से आगे की सोचते हैं। इस संदर्भ में उन्होंने जोड़ा कि गुजरात में देश के प्रथम क्लाइमेट चेंज डिपार्टमेंट तथा चारणका सोलर पार्क की शुरुआत नरेन्द्र मोदी के विशिष्ट विजन के परिचायक हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि राज्य में इन्स्टॉल्ड एनर्जी कैपेसिटी में रिन्यूएबल एनर्जी का योगदान 54 प्रतिशत है और सोलर रूफटॉप में गुजरात अग्रसर है।
राज्य के 1600 किलोमीटर लंबे समुद्री तट पर 32 से 35 गीगावाट ऑफशोर विंड एनर्जी उत्पादन की संभावनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि विभिन्न इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा लॉजिस्टिक सुविधाओं व बिजनेस फ्रेंड्ली पॉलिसीज के साथ गुजरात एनर्जी सेक्टर में इन्वेस्ट के लिए प्रिफर्ड डेस्टिनेशन बना है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के वर्ष 2070 में नेट जीरो तथा वर्ष 2030 में 100 गीगावाट के लक्ष्य की पूर्ति के संकल्प को साकार करने में गुजरात अग्रसर रहने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने देश की स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष 2047 तक एनर्जी सेक्टर में आत्मनिर्भरता के लिए एनर्जी को अधिक अफोर्डेबल, एक्सेसेबल एवं स्कैलेबल बनाने के लिए सभी से साथ मिल कर आगे बढ़ने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ग्रीन, सस्टेनेबल तथा क्लीन उज्ज्वल भविष्य के निर्माण के लिए रिन्यूएबल एनर्जी का दायरा बढ़ाने के चिंतन-मंथन की इस समिट की मेजबानी का अवसर गुजरात को देने के लिए प्रधानमंत्री और केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया।
(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय