राजौरी, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । किश्तवाड़ के छतरू में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सेना के एक जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) का शनिवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में उनके गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शुक्रवार शाम जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के छतरू के ऊपरी इलाकों में एक जंगल क्षेत्र में सेना और पुलिस के संयुक्त तलाशी दल पर आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में हिमाचल प्रदेश के सिपाही अरविंद सिंह के साथ नायब सूबेदार विपन कुमार (42) शहीद हो गए, जबकि दो अन्य सैनिक घायल हो गए।
राजौरी के सुंदरबनी के कुमार के पैतृक गांव पात्रा में उस समय मातम छा गया जब शनिवार दोपहर को तिरंगे में लिपटे उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए एक सुसज्जित सैन्य वाहन में लाया गया। कुमार के परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं – एक लड़का कक्षा 7 में और एक लड़की कक्षा 3 में पढ़ती है।
इस दौरान जेसीओ के चाचा अशोक कुमार ने कहा कि हमें अपने शहीद पर गर्व है, जिन्होंने देश के लिए सर्वाेच्च बलिदान दिया। हालांकि उनके जाने से एक गहरा घाव हो गया है जो आसानी से नहीं भरेगा। इस बीच अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ हुआ, जिसमें पुष्पांजलि समारोह और बंदूक की सलामी शामिल थी। जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रमुख रविंदर रैना, पार्टी के सांसद जुगल किशोर और अन्य राजनीतिक दलों के स्थानीय नेताओं ने दाह संस्कार में भाग लिया और शहीद सैनिक को श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले दिन में सेना ने दोनों बलिदानी सैनिकों के लिए जम्मू में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) स्टेशन पर एक पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया। जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा ने पुष्पांजलि समारोह का नेतृत्व किया और दोनों सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। जम्मू-सांबा-कठुआ रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक शिव कुमार शर्मा सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी समारोह में शामिल हुए।
सेना ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि एक गंभीर पुष्पांजलि समारोह में जीओसी व्हाइट नाइट कोर ने बहादुर नायब सूबेदार विपन कुमार और राइफलमैन अरविंद सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए पुष्पांजलि अर्पित की, जिन्होंने भारतीय सेना की सर्वाेच्च परंपराओं में सर्वाेच्च बलिदान दिया। उनके बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता