जालौन, 14 सितम्बर (Udaipur Kiran) । यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। बाढ़ के पानी से कई गांव डूब गये। नदी का जलस्तर 108 मीटर से 60 सेमी ऊपर बह रहा है, जो खतरे के निशान से अधिक है।
इस बाढ़ के कारण कालपी तहसील के करीब 12 से अधिक गांवों का मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है। ग्रामीणों को अपने घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत बचाव कार्य शुरू कर दिया है। प्रशासनिक अधिकारी और राहत टीमें घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुटी हैं। नावों और अन्य साधनों के माध्यम से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। राहत शिविरों में लोगों को भोजन, पानी और अन्य आवश्यक सामग्री प्रदान की जा रही है। बाढ़ प्रभावित गांवों में विद्युत आपूर्ति भी बंद कर दी गई है ताकि किसी भी दुर्घटना को रोका जा सके। स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों की स्वास्थ्य जांच कर रही हैं और आवश्यक दवाएं प्रदान कर रही हैं।
जिलाधिकारी राजेश पांडे ने सभी सम्बंधित विभागों को अलर्ट पर रखा है और लगातार निगरानी रखी जा रही है। बाढ़ प्रभावित गांवों में संचार व्यवस्था भी प्रभावित हुई है, जिसके कारण लोगों को परेशानी हो रही है।
(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा