Uttar Pradesh

सांसद व बबीना विधायक ने अतिवृष्टि के मुआवजे के लिए जिलाधिकारी को लिखा पत्र

– जनप्रतिनिधियाें ने पत्र में कहा, प्राकृतिक आपदा ने किया किसानों को आहत

झांसी, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । जनपद में बीते दो दिनों में करीब 40 घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश ने किसानों को काफी आहत किया है। उनकी फसलें, मकान व मवेशियों को काफी क्षति पहुंची है। किसानों व आम जनमानस की समस्याओं को देखते हुए झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद व बबीना विधायक ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अतिवृष्टि से हुई बर्बादी के लिए राहत राशि दिलाने का आग्रह किया है।

अनुराग शर्मा ने अपने संसदीय क्षेत्र झाँसी-ललितपुर में हाल ही में हुई भारी बारिश व अतिवृष्टि और जलप्लावन से प्रभावित किसानों की फसलों का सर्वे कराकर उन्हें उचित मुआवजा दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सांसद ने जिलाधिकारी झाँसी और ललितपुर को एक पत्र भेजकर कहा है कि वे खराब हुई खरीफ फसल, तिलहन और दलहन फसलों के नुकसान का शीघ्र और व्यापक सर्वेक्षण करें। इसके साथ ही, किसानों को जल्द से जल्द उचित मुआवजा प्रदान करने की प्रक्रिया को सुनिश्चित किया जाए ताकि प्रभावित किसान इस कठिन समय में राहत महसूस कर सकें।

वहीं बबीना विधायक राजीव सिंह परीछा ने जिलाधिकारी झांसी को पत्र लिखकर बताया कि झाँसी सहित मेरे विधानसभा क्षेत्र बबीना में विगत दो दिनों से हो रही अतिवर्षा (प्राकृतिक आपदा) के कारण किसानों की खरीफ की दलहन-तिलहन (उर्द, मूंग, तिल, मूंगफली, धान आदि) फसलें लगभग नष्ट हो गई हैं। फसल नष्ट हो जाने से किसानों के समक्ष अचानक भीषण संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। चूंकि अधिकांश किसानों के परिवारों का भरण पोषण एवं भविष्य कृषि कार्य पर ही निर्भर है। मैंने स्वंय क्षेत्र भ्रमण पर जलमग्न खेतों को देखा है। किसानों ने अपनी क्षतिग्रस्त फसलों का सर्वे कराकर मुआवजा दिलवाये जाने की मांग की है। कई क्षेत्रों से जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि वहां अभी भी कई स्थानों पर जलभराव अधिक होने से आमजन-जीवन अस्त व्यस्त है। मकान एवं सम्पत्तियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं और मवेशियों के जीवन पर भी संकट है। इस सम्बन्ध में मेरा आपसे आग्रह है कि जनपद में तहसील स्तर पर अविलम्ब एक कमेटी गठित कर किसानों की क्षतिग्रस्त फसलों एवं सम्पत्तियों का मूल्यांकन करवा कर शासन से शीघ्र ही राहत दिलाई जाए, जिससे किसानों की क्षतिग्रस्त फसलों एवं सम्पत्ति की क्षतिपूर्ति हो सके।

(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया

Most Popular

To Top