पटना, 13 सितम्बर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को विश्वेश्वरैया भवन के जीर्णोद्धार एवं पुनर्विकास कार्य के अंतर्गत जी प्लस-7 भवन के प्रांगण में भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की पुनर्स्थापित प्रतिमा का अनावरण कर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने विश्वेश्वरैया भवन का निरीक्षण किया। साथ ही विश्वेश्वरैया भवन के छठे तल पर स्थित भवन निर्माण विभाग एवं सातवें तल पर स्थित पथ निर्माण विभाग का निरीक्षण कर अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने विश्वेश्वरैया भवन के जीर्णोद्धार एवं पुनर्विकास कार्य के अंतर्गत जी प्लस-7 भवन के ऊपरी तल पहुंचकर आसपास के इलाकों का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि इस पूरे भवन की नियमित रूप से साफ-सफाई हो और ठीक ढंग से मेनटेन रहे, इसका विशेष रूप से ख्याल रखें। भवन के सबसे ऊपरी तल पर सोलर प्लेट अवश्य लगायें। यह भवन काफी सुंदर और भव्य बन गया है, जिसमें कई महत्वपूर्ण विभाग संचालित है। अब यहां के लोगों को काम करने में काफी सहूलियत मिलेगी। मुख्यमंत्री ने विश्वेश्वरैया भवन के प्रांगण का निरीक्षण कर पुराने भवन की स्थिति का भी जायजा लिया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा एवं निर्देशन में विश्वेश्वरैया भवन के उन्नयन का कार्य वर्ष 2019 में प्रारंभ किया गया। उन्नयन कार्य के अन्तर्गत भवन के फसाड का उन्नयन, बेसमेंट पार्किंग का निर्माण, भवन के उपर एक अतिरिक्त (7वें) तल का निर्माण तथा भवन निर्माण विभाग के कार्यालय हेतु विश्वेश्वरैया भवन के पुराने भवन के पश्चिम दिशा में एक 07 मंजिले नए भवन के निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया। इस योजना की कुल लागत 73.17 करोड़ रुपये है।
इस योजना के अन्तर्गत पुराने भवन के ऊपर एक अतिरिक्त तल (7वें तल) का निर्माण किया गया है, जिसका कुल निर्मित क्षेत्रफल 19874 वर्गफीट है। इसमें 13,730 वर्गफीट पथ निर्माण विभाग को तथा 6,144 वर्गफीट भवन निर्माण विभाग को आवंटित किया गया है। भवन के सामने अवस्थित भवनों को तोड़कर बेसमेंट पार्किंग का निर्माण किया गया है, जिसका कुल निर्मित क्षेत्रफल 55414 वर्गफीट है। इसमें 204 चार पहिया वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था है।
विश्वेश्वरैया भवन के पुराने एवं नए भवन के बाहरी आवरण का निर्माण अत्यंत आकर्षक ढंग से किया गया है। इसे और मनोरम बनाने के लिए फसाड लाईटिंग किया गया है, जो रात्रि प्रहर इस भवन को अत्यंत आकर्षक रूप प्रदान करता है। बेसमेंट पार्किंग के ऊपर एक सुंदर लैंडस्केपिंग किया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार विश्वेश्वरैया की प्रतिमा को आकर्षक रूप प्रदान करने के लिए प्रतिमा को पुराने स्थल से स्थानांतरित कर नवनिर्मित लॉन के बीच स्थापित किया गया है।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी