जम्मू, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । मुख्य सचिव, अटल डुल्लू ने आज यहां तकनीकी शिक्षा बोर्ड के कामकाज की विस्तृत समीक्षा की, जिसके दौरान उन्होंने तकनीकी संस्थानों में छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण प्रदान करने पर जोर दिया। बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव, सचिव कौशल विकास विभाग, निदेशक एसडीडी, सचिव बीओटीई तथा अन्य संबंधित अधिकारियों के अलावा रजिस्ट्रार बीओटीई भी षामिल हुए।
मुख्य सचिव ने इस अवसर पर पॉलिटेक्निक कॉलेजों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को प्रशिक्षण का केंद्र बनाने के लिए बोर्ड पर दबाव डाला जहां से बाजार में उपलब्ध औद्योगिक और तकनीकी प्रकृति की नौकरियों के लिए गुणवत्तापूर्ण जनशक्ति तैयार की जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थान कम से कम सैद्धांतिक पाठ प्रदान करने के लिए होते हैं लेकिन उम्मीदवारों की प्रतिभा को निखारने के लिए उन्हें अपने संबंधित व्यवसायों में पारंगत पेशेवरों में बदल देते हैं।
अटल डुल्लू ने कहा कि इन पास-आउट छात्रों की रोजगार क्षमता बढ़ाने और छात्रों के बीच इन तकनीकी पाठ्यक्रमों के प्रति आकर्षण बढ़ाने के लिए बोर्ड को उन्हें बाजार-संचालित कौशल प्रदान करने पर ध्यान देने के साथ परीक्षा प्रक्रिया को सख्त बनाना चाहिए। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रस्तावित मुख्यधारा के पाठ्यक्रमों के संबंध में पॉलिटेक्निक कॉलेजों द्वारा दिए गए इन डिप्लोमाओं की समकक्षता निर्धारित करने के लिए आवश्यक उपाय करने की भी सलाह दी। उन्होंने दिलचस्प उम्मीदवारों के लिए इन पाठ्यक्रमों में पार्श्व प्रवेश को सुचारू और परेशानी मुक्त बनाने के लिए भी कहा।
बीओटीई सचिव शाइस्ता शमीम ने बोर्ड के जनादेश, कामकाज और उपलब्धियों की विस्तृत तस्वीर प्रस्तुत की। उन्होंने खुलासा किया कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान तकनीकी शिक्षा संस्थानों में प्रवेश की मांग में कमी को यहां के स्कूलों में जागरूकता पैदा करके अच्छी तरह से निपटा गया है। उन्होंने बैठक में प्रवेश की मौजूदा प्रवृत्ति के साथ-साथ पाठ्यक्रमों और कॉलेजों की मांग के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बोर्ड जम्मू-कश्मीर के 26 पॉलिटेक्निक कॉलेजों और 84 आईटीआई में लगभग 3500 उम्मीदवारों के लिए प्रवेश और परीक्षा आयोजित करता है। आगे यह भी खुलासा किया गया कि आगामी और पिछले शैक्षणिक सत्रों के दौरान प्रवेश लगभग 70 प्रतिषत के उत्तीर्ण प्रतिशत के साथ लगभग 95 प्रतिषत तक पहुंच गया।
एनईपी-2020 के कार्यान्वयन के संबंध में यह कहा गया कि इसे जम्मू-कश्मीर के सभी पॉलिटेक्निक के लिए जेकेबीओटीई में सफलतापूर्वक अपनाया गया था। छात्रों के समग्र लाभ के लिए नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी, डिजीलॉकर और एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स पोर्टल के साथ जेकेबीओटीई का पंजीकरण भी किया गया है। परीक्षाओं के संचालन के संबंध में बताया गया कि इन्हें सत्र के प्रारंभ पर जारी परीक्षा/शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार परिणामों की घोषणा के साथ समय पर आयोजित किया जाता है। यह भी बताया गया कि जेकेबीओटीई की सभी सेवाएं ऑनलाइन मोड में पेश की जाती हैं जिससे अपनी शिकायतों के निवारण के लिए जेकेबीओटीई में आने वाले छात्रों की संख्या में काफी कमी आई है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा