बोले- एक करोड़ मुआवजा और सरकारी नौकरी चाहिए
फरीदाबाद, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । फरीदाबाद में बुधवार को आर्यन मिश्रा के हत्यारे की गिरफ्तारी और सीबीआई जांच की मांग को लेकर आर्यन मिश्रा के माता-पिता के साथ सैकड़ों समर्थकों ने नगर निगम ऑडिटोरियम से बीके चौक तक पैदल मार्च निकाला और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की।
इस मौके पर नगर निगम कर्मचारी नेता नरेश शास्त्री, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संतोष यादव और सुभाष लांबा ने कहा कि बीते 21 अगस्त को सुनियोजित तरीके से आर्यन मिश्रा की उसकी मकान मालकिन और बेटों ने हत्या करा दी थी जिसके बाद कुछ कथित गौ रक्षकों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन आचार संहिता के दौरान उन हत्यारों के पास हथियार कहां से आया? आर्यन मिश्रा के पिता बताते हैं कि जब आरोपी अनिल कौशिक से बात हुई तब उसने बताया कि गलती से गोली उनके बेटे को लग गई। आर्यन मिश्रा के पिता बताते हैं कि अब उन्हें और उनके परिवार को जान का खतरा बना हुआ है। उन्हें कोई भी सुरक्षा प्रदान नहीं की गई है, जबकि उनके मकान मालिक के बेटे शैंकी के ऊपर पहले भी 307 का मुकदमा दर्ज है। वहीं संतोष यादव व सुभाष लांबा ने कहा कि अभी तक पुलिस ने पुलिस ने आर्यन मिश्रा के साथ कार में बैठे मकान मालकिन और उसके बेटे से पूछताछ तक नहीं की है।
इसलिए वह पुलिस से इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हैं ताकि इस घटना की असल वजह और असल हत्यारों के बारे में खुलासा हो सके। वही सुभाष लांबा ने कहा की आर्यन मिश्रा के माता-पिता को पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए व एक करोड रुपए सहायता राशि और एक सरकारी नौकरी प्रदान की जाए इसको लेकर वह आज डीसी को ज्ञापन के माध्यम से अपील भी की है। आर्यन का परिवार अयोध्या से फरीदाबाद आया था और अभी एनआईटी-5 एरिया में किराए से रहता है, जिसकी तीसरी मंजिल पर बने फ्लैट के गेट पर राम मंदिर का झंडा लगा है। 3 सितंबर को पुलिस ने खुलासा किया कि आर्यन की हत्या के आरोपी गोरक्षा दल से जुड़े हैं। उन्हें पता चला था कि डस्टर गाड़ी में कुछ तस्कर शहर में घूम रहे हैं। आर्यन जिस गाड़ी में था, वो भी डस्टर ही थी। गो-रक्षकों ने उन्हें तस्कर समझ लिया। उन्होंने दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर 30 किमी तक आर्यन की गाड़ी का पीछा किया। इसके बाद फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगने से आर्यन की मौत हो गई।
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर