जम्मू, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । नेत्र और अंगदान के महत्वपूर्ण उद्देश्य को बढ़ावा देने के लिए स्टेट ऑर्गन एन्ड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन, एसओटीटीओ जम्मू-कश्मीर ने स्वामी विवेकानंद मेडिकल मिशन चैरिटेबल अस्पताल (एसवीएमएमसीएच) अम्फाला के सहयोग से 39वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े के समारोह के तहत सोमवार को एक रैली का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नेत्र और अंगदान के महत्व के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना और दान के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना था।
रैली को सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के मुख्य द्वार से प्रतिष्ठित नेताओं के एक समूह द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जिसमें जीएमसी जम्मू के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष गुप्ता, एसओटीटीओ जम्मू-कश्मीर के नोडल अधिकारी और एसएसएच जम्मू में यूरोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांट के एचओडी डॉ. इलियास शर्मा, एसओटीटीओ जम्मू-कश्मीर के संयुक्त निदेशक डॉ. संजीव पुरी, एसएसएच जम्मू की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रेहाना खुर्शीद और एसवीएमएमसीएच के कोषाध्यक्ष मोहन सिंह चौहान शामिल थे।
चक भलवाल स्थित राजीव गांधी नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थियों ने रैली में सक्रिय रूप से भाग लिया। वह हाथों में तख्तियां और बैनर लिए हुए थे और नेत्र तथा अंगदान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए नारे लगा रहे थे। डॉ. आशुतोष गुप्ता ने अंगदान के माध्यम से जीवन बचाने की क्षमता पर जोर देते हुए कहा कि हृदय, यकृत, गुर्दे, आंत, फेफड़े और अग्न्याशय जैसे कई महत्वपूर्ण अंग दान किए जा सकते हैं और वे कई लोगों की जान बचा सकते हैं। लोगों को इस नेक काम के लिए आगे आना चाहिए।
डॉ. इलियास शर्मा ने अंगदान के जीवन-रक्षक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा अंगदान कई लोगों के जीवन में गहरा बदलाव ला सकता है। यह महत्वपूर्ण है कि दाता इस जीवन-रक्षक कार्य का समर्थन करना जारी रखें। वहीं डॉ. संजीव पुरी ने अंगदान के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करने के लिए एसओटीटीओ की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि एसओटीटीओ लोगों को शिक्षित करने और उन्हें मृत्यु के बाद अपनी आंखें और अंग दान करने के लिए प्रेरित करने के लिए विभिन्न अभियानों में सक्रिय रूप से शामिल है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में नेत्रदान की स्थिति पर हाल ही में दिए गए व्याख्यान और बी एन कॉलेज ऑफ नर्सिंग चक भलवाल में आयोजित नेत्रदान के मिथकों और तथ्यों पर चर्चा के बारे में भी बात की। रैली महेशपुरा चौक, रेहाडी और अम्फाला के इलाकों से गुजरी और एसवीएमएमसीएच अम्फाला में समाप्त हुई। इस कार्यक्रम का एसवीएमएमसीएच के प्रमुख लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा