– पीएचई सचिव ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से की रीवा और शहडोल संभाग की समीक्षा
रीवा, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । पीएचई विभाग के सचिव पी नरहरि ने शुक्रवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से रीवा तथा शहडोल संभाग में जलजीवन मिशन के कार्यों एवं नलजल योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन दुनिया में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की सबसे बड़ी परियोजना है। हर घर में नल से पानी पहुंचाने के लिए बहुत बड़ी धनराशि व्यय की जा रही है। जल जीवन मिशन से स्वीकृत योजनाओं का कार्य पूरा होने के बाद पेयजल का संकट पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। साथ ही जल जनित बीमारियों पर भी पूरी तरह से नियंत्रण हो जाएगा। हर घर में नल से जल पहुंचाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी और इंजीनियर पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें। कमिश्नर और कलेक्टर नलजल योजनाओं की प्रगति की हर माह समीक्षा करें। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पूर्ण नलजल योजनाओं को ग्राम पंचायतों को हैण्डओवर कराने एवं हर घर में नल कनेक्शन कराने में पीएचई विभाग को पूरा सहयोग दें।
पीएचई सचिव नरहरि ने कहा कि सभी जिलों में जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित कर सांसदगण, विधायकगण एवं अन्य जनप्रतिनिधियों को समूह नलजल योजनाओं की प्रगति तथा जल जीवन मिशन के कार्यों की पूरी जानकारी दें। पाइपलाइन बिछाने के लिए क्षतिग्रस्त सड़कों का 15 दिवस में सुधार कराएं। जिन एकल नलजल योजनाओं का कार्य पूरा हो गया है, उनसे शत-प्रतिशत घरों में नल के कनेक्शन कराकर पानी की आपूर्ति कराएं। साथ ही शत-प्रतिशत कवरेज वाले गांवों की जानकारी ऑनलाइन दर्ज कराएं। एकल नलजल योजनाओं के कार्य 31 दिसम्बर तक अनिवार्य रूप से पूरा कराकर उन्हें ग्राम पंचायतों को हैण्डओवर कराएं। उन्होंने सीधी और शहडोल में जिला जल स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित न कराने पर नाराजगी व्यक्त की।
बैठक में जल जीवन मिशन के प्रबंध संचालक केव्हीएस चौधरी ने बताया कि रीवा में कंदैला समूह नलजल योजना का कार्य लगभग पूरा हो गया है। बाणसागर एक तथा बाणसागर दो समूह नलजल योजनाओं का कार्य तेजी से किया जा रहा है। सीधी बाणसागर समूह नलजल योजना का कार्य भी 60 प्रतिशत पूरा हो गया है। सोन घड़ियाल अभ्यारण्य तथा संजय टाईगर रिजर्व में कार्य की अनुमति के बाद शेष कार्य पूरा होगा। सिंगरौली की बैढ़न एक परियोजना में 74 प्रतिशत तथा बैढ़न दो परियोजना में 68 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। सीधी की गुलाब सागर परियोजना का कार्य धीमा है। समूह नलजल योजनाओं के कार्य की लगातार समीक्षा की जा रही है। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शहडोल, उमरिया तथा अनूपपुर जिले की नलजल योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई। कमिश्नर कार्यालय के वीडियो कान्फ्रेंसिंग कक्ष से अपर कमिश्नर अरूण परमार, अधीक्षण यंत्री पीएचई जेएस धुर्वे, जल निगम के संभागीय प्रबंधक चित्रांशु शामिल हुए।
(Udaipur Kiran) तोमर