मंडी, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । बारिश के चलते एक बार फिर से चंडीगढ़ मनाली हाइवे पर जगह-जगह हुए भूसख्लन से हजारों लोग परेशान हुए हैं। हालांकि बारिश इतनी अधिक नहीं हुई मगर फोरलेन का निर्माण कर रही कंपनी व जिला प्रशासन के उदासीन रवैये के चलते शुक्रवार तड़के 3 बजे से मंडी पंडोह के बीच 6 व 9 मील के बीच बंद हुआ मार्ग बमुश्किल 9 बजे ही खुल पाया जबकि दिन के समय बार बार यह मार्ग बंद हुआ। शुक्रवार शाम को साढ़े 4 बजे ही यह पूरी तरह से बहाल हो पाया। इस कारण से हजारों वाहनों की कतारें इस अति व्यस्त मार्ग पर लगी रही। लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी।
वाहनों के फंस जाने के कारण हजारों लोगों को अपने गंतव्य स्थानों पर जाने में देरी हुई या फिर वापस लौटना पड़ा। जरूरी वस्तुओं से लदे वाहन भी रूके रहे। मंडी से पंडोह के बीच 17 किलोमीटर का फासला है मगर मंडी से 6 मील व 9 मील पर बार-बार सडक़ पर मलबा आ रहा है। इसे हटाने के लिए मार्ग को सप्ताह में दो दिन दो-दो घंटे बंद भी रखा जा रहा है। मगर फिर भी फोरलेन का काम कर ही कंपनियां इसका सही उपचार नहीं कर पाई हैं। प्रशासन बार-बार हिदायत तो देता है मगर मौके पर इन पर अमल भी हो रहा है इसे कोई नहीं देखता। ऐसा लगता है कि इसे देखने का वक्त किसी के पास नहीं है।
नतीजा यह है कि जरा सी भी बारिश में यह मार्ग बंद हो जाता है जबकि इसे सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण मार्ग माना जाता है जो लेह लद्दाख तक सेना की सप्लाई लाइन भी है तथा देश दुनिया भर के पर्यटक भी इस मार्ग का प्रयोग करते हैं। जहां तक वैकल्पिक मार्गों की बात है तो बात चाहे मंडी बजौरा वाया कमांद कटौला की हो या वाया पंडोह चैलचौक डडौर की होए ये इतने तंग है कि ज्यादा यातायात इनसे होकर नहीं हो पाता। ऐसे में परेशानियां लगातार बनी हुई हैं। सड़क बहाल होने के बाद भी जाम इतना लग रहा है कि इसे सुचारू करने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं तथा घंटों समय इसमें लग रहा है।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा