जींद, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । सफीदों विधानसभा क्षेत्र से भाजपा द्वारा रामकुमार गौतम के बतौर भाजपा उम्मीदवार घोषित होते ही यहां पर विरोध फूट पड़ा है। मंगलवार रात करीब नौ बजे कार्यकर्ता नगर के आर्य सदन पर एकत्रित हुए और बाहरी प्रत्याशी नहीं चलेगा, नहीं चलेगा की नारेबाजी की। इस मौके पर पिछले विधानसभा ख्चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य भी विशेष रूप से मौजूद रहे।
पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने कहा कि भाजपा ने सफीदों विधानसभा क्षेत्र से बाहरी प्रत्याशी उतारकर उनके सहित यहां के असंख्ख्य नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ कुठाराघात करने का काम किया है। यह एक सत्य है कि सफीदों का दादा खेड़ा किसी बाहरी को कभी भी स्वीकार नहीं करता। इतिहास भी इस बात की समय-समय पर गवाहियां देता आया है। सन् 1987 से लेकर आजतक यहां से कोई बाहरी उम्मीदवार जीत नहीं पाया है और आगे भी ऐसा ही होने वाला है। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि बीजेपी ने जिस उम्मीदवार को टिकट दिया है, वह अपनी जमानत भी नहीं बचा पाएगा, इसके लिए वे शपथ देने के लिए भी तैयार हैं। जमीर वाला कोई भी व्यक्ति भाजपा उम्मीदवार के साथ नहीं लगेगा। उन्होंने निर्णय लिया था कि अगर पार्टी यहां के किसी लोकल व्यक्ति को टिकट देती है तो वे चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन अब वे पूरी तरह से स्वतंत्र है। आगामी निर्णय के लिए सात सितंबर को पुरानी अनाज मंडी में कार्यकत्र्ताओं की बैठक बुलाई गई है। उस बैठक में कार्यकत्र्ताओं से सलाह-मशविरा करके अगला निर्णय लिया जाएगा। जनता बीजेपी के इस निर्णय से बेहद दुखी है। वर्ष 2005 में भी जनता ने टिकट कटने पर निर्दलीय चुनाव लडऩे का आदेश दिया था और जनता ने उन्हे कांग्रेस की आंधी में भी करीब 18 हजार मतों से जिताने का कार्य किया।
पूर्व विधायक जसबीर देशवाल 11 सितंबर को भरेंगे नामांकन
पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता जसबीर देशवाल 11 सितंबर को विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरेंगे। उन्होंने यह घोषणा वीरवार को शंकर भवन में आयोजित कार्यकर्ता बैठक में की। उन्होंने कहा कि भाजपा की टिकट कटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और सफीदों हलके ने बाहरी उम्मीदवार को कभी नहीं स्वीकारा है। उन्होंने कहा कि 11 सितंबर को पुरानी अनाज मंडी सफीदों में विजय संकल्प रैली का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि हलके की सेवा पिछले तीन दशकों से कर रहा हूं और क्षेत्र में सैंकड़ों करोड़ का विकास करवाया है।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा