इंदौर, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । इंदौर जिले में कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देशन में शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, सहायक सेवाएं, स्वच्छता संवर्धन, सेवा की संतुष्टि, स्वच्छता, बायो मेडिकल वेस्ट का निष्पादन, संक्रमण से रोकथाम आदि के संबंध में बेहतर रूप से कार्य किये जा रहे हैं। इसके फलस्वरूप इस दिशा में उत्कृष्ट कार्यों पर इंदौर ने कायाकल्प कार्यक्रम के तहत उप स्वास्थ्य केन्द्रों की श्रेणी में इस बार 48 पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जो कि प्रदेश में सर्वाधिक हैं। आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्र-धरमपुरी विकासखंड सांवेर ने जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि कायाकल्प कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य संस्थाओं के मूल्यांकन के लिए सात मानदंड निर्धारित किए गए थे। इनमें अस्पताल में सुविधा रखरखाव, स्वच्छता और स्वास्थ्य, अपशिष्ट प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, सहायक सेवाएं, स्वच्छता संवर्धन, सेवा की संतुष्टि, स्वच्छता, बायो मेडिकल वेस्ट का निष्पादन, संक्रमण से रोकथाम, सकारात्मक परिवेश शामिल हैं। तीन स्तरों पर नामांकित संस्था का मूल्यांकन किया गया। तत्पश्चात जिला तथा राज्य स्तर पर मूल्यांकन हुआ। निरीक्षण, रिकार्ड संधारण, स्टाफ तथा मरीजों का इंटरव्यू किया जाता है। प्रत्येक स्तर पर 70 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाली संस्थाओं को पुरस्कार के लिए नामांकित किया जाता है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष कायाकल्प में आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्रों में जिले में प्रथम रहने वाले उप स्वास्थ्य केन्द्र को एक लाख रुपये की राशि दी जाएगी। इंदौर ने उप स्वास्थ्य केन्द्रों श्रेणी में इस बार 48 पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जो कि प्रदेश में सर्वाधिक हैं। आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्र-धरमपुरी, विकास खंड सांवेर ने जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी इंदौर ने पुरस्कार प्राप्त सभी संस्थाओं के प्रभारी एवं स्टाफ को बधाइयां दी तथा इस कार्य को अन्य लोगों के लिए सशक्त प्रेरणा बताया।
(Udaipur Kiran) तोमर