चित्तौड़गढ़, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिला मुख्यालय पर उप नगरीय क्षेत्र चंदेरिया में संचालित सीमेंट इकाई बिरला सीमेंट वर्क्स के प्रबंधन के विरुद्ध चल रहे धरना प्रदर्शन के मामले में अब सीधे तौर पर मजदूरों के दो धड़े सामने आ गए हैं।
लगभग एक माह पहले बेरोजगार संघर्ष समिति के जारी उद्योगों में स्थानीय को रोजगार की मांगों को लेकर विरोध शुरू किया गया जो बीते 3 दिनों से लगातार जारी है। यहां मजदूरों को कम मजदूरी दिए जाने और अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी बीच मजदूरों से संबंधित इकाई इंटक के लोगों ने मंगलवार को चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी उनके करीबी श्रवण सिंह, कमलेश पुरोहित आदि पर ठेका लेने के लिए प्रबंधन पर दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद दूसरे गुट ने बुधवार को मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और प्रशासन से हस्तक्षेप करते हुए कार्रवाई की मांग की। साथ ही बिरला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
पूरे मामले में साफ है कि दो पक्षों के बीच बिरला सीमेंट इकाई उलझ कर रह गई है और लगातार मजदूरों के प्रदर्शन के चलते इकाई पर भी संकट गहरा रहा है। इकाई के मान्यता प्राप्त संगठन इंटक के पदाधिकारी ने कहा कि इकाई बंद होने से हजारों मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे वैसे भी यह इकाई भगवान के भरोसे चल रही है। लेकिन कुछ लोगों के राजनीतिक व आर्थिक फायदे के लिए चलाया जा रहा यह खेल बंद होना चाहिए। वहीं दूसरे पक्ष के लोगों ने जिला कलेक्टर से मुलाकात की और उसे पर उन्हें आश्वासन मिला है। वही चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी से मुलाकात के बाद प्रबंधन से वार्ता करने की बात कही जा रही है।
सांसद को बदनाम करना गलत
जानकारी में सामने आया कि बुधवार को बड़ी संख्या में लोग जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। प्रतिनिधि मंडल ने एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने भाजपा सांसद सीपी जोशी को इस मामले में अनावश्क बदमान करने का आरोप लगाया है। शर्मा ने बताया कि यह श्रमिकों का प्रदर्शन है, जो अपने हक के लिए लड़ रहे हैं। बिरला सीमेंट के तथाकथित दलाल एकत्रित होकर आए और आरोप लगाया कि सांसद के लोग ठेका वसूली के चक्कर में यह काम कर रहे हैं। चित्तौड़ की जनता और मजदूर सब जानते है कि कौन अवैध हफ्ता वसूली कर रहा है। राजस्थान के लोकप्रिय सांसद के प्रति ऐसी भावना फैलाना गलत है।
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(Udaipur Kiran) / अखिल