ऊना, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) उपायुक्त जतिन लाल ने ऊना जिले को प्लास्टिक कचरा मुक्त बनाने के उद्देश्य से ‘उज्ज्वल ऊना’ मुहिम का शुभारंभ किया। बुधवार को डीआरडीए सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में इस पहल को औपचारिक रूप से लॉन्च किया गया। इस मुहिम के अंतर्गत प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन के लिए चार स्तरीय निस्तारण प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
इस प्रक्रिया के तहत प्रत्येक पंचायत में घरों से कचरा एकत्रित कर उसे ग्राम पंचायत स्तर पर बने सेग्रीगेशन यूनिट में लाया जाएगा और उसका उचित निस्तारण किया जाएगा। इसके बाद, कई पंचायतों के कचरे को क्लस्टर स्तर पर बने माइक्रो सेग्रीगेशन यूनिट में भेजा जाएगा। फिर इसे ब्लॉक स्तरीय यूनिट में स्थानांतरित किया जाएगा, जहां से इसे औद्योगिक इकाइयों के उपयोग के लिए भेजा जाएगा।
उपायुक्त ने सभी विकास खंड अधिकारियों को मुहिम के सफल क्रियान्वयन के निर्देश देते हुए पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मिलकर इसे आगे बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह मुहिम जिले को प्लास्टिक कचरा मुक्त बनाने और स्वच्छता को जीवनशैली का हिस्सा बनाने में प्रभावी होगी।
उन्होंने स्वच्छता के प्रति लोगों की मानसिकता बदलाव लाने और सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल दिया।
स्वच्छता ही सेवा अभियान में 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक विशेष अभियान
उपायुक्त ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत जिले में की जाने वाली गतिविधियों का ब्यौरा भी लिया। उन्होंने बताया कि स्वच्छता ही सेवा अभियान-2024 के अंतर्गत ऊना जिले में 14 सितंबर से 2 अक्तूबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में स्वच्छता, जनसहभागिता और जनजागरूकता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
उपायुक्त ने जिले में स्वच्छता अभियान को मिशन मोड पर चलाने का आह्वान किया और स्वच्छता को रोजमर्रा के व्यवहार में शामिल करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अभियान में सभी विभागों की सक्रिय सहभागिता और जनभागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए एडीसी ऊना को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
अभियान के तहत जल स्रोतों की सफाई और प्लास्टिक कचरा संग्रहण अभियान भी चलाया जाएगा, जिसमें नदियों, नालों, खड्डों और पारंपरिक जल स्रोतों की सफाई के साथ-साथ कचरा प्रभावित हॉटस्पॉट्स की पहचान और सफाई के बाद सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
स्वच्छता और जागरूकता गतिविधियों के तहत स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों और सरकारी संस्थानों में सफाई अभियान चलाए जाएंगे। वृक्षारोपण और सौंदर्यीकरण की गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी। छात्रों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सरकारी कर्मचारियों को कचरा प्रबंधन के प्रति जागरूक किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, सफाई मित्रों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर, जागरूकता कार्यशालाएं और कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए ब्लॉक स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जाएगा। अभियान के समापन पर 2 अक्तूबर को कार्यक्रम आयोजित कर सभी हितधारकों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / विकास कौंडल