कोलकाता, 04 सितंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने पूर्व बर्दवान जिले के बर्दवान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. विरुपक्ष बिस्वास का बुधवार को तबादला कर दिया। पैथालॉजी विभाग में तैनात डॉ. विरुपक्ष को दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप सब-डिवीजनल अस्पताल में उसी पद पर तैनात किया गया है। डॉ. विरुपक्ष आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी माने जाते हैं। संदीप घोष को निलंबित किए जाने के एक दिन बाद यह कार्रवाई हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के एक सूत्र ने बताया कि किसी डॉक्टर का मेडिकल कॉलेज से उपमंडल अस्पताल में एक ही पद पर तबादला आमतौर पर एक तरह की सजा मानी जाती है। डॉ. विरुपक्ष के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों ने शिकायत की थीं।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के दुष्कर्म एवं हत्या की घटना के कुछ दिनों बाद डॉक्टरों के सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गया। इसमें बिस्वास को एक मेडिकल इंटर्न को धमकी देते हुए सुना गया कि यदि वह जूनियर उनके निर्देशों का पालन नहीं करेगा तो उसकी रजिस्ट्रेशन रद्द कर दी जाएगी। हालांकि इस वायरल ऑडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं हो सकी है लेकिन इसके वायरल होने के बाद कई जूनियर डॉक्टरों ने बिस्वास सहित घोष के करीबी डॉक्टरों द्वारा राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में धमकी की संस्कृति शुरू करने की शिकायत की।
अब राज्य के चिकित्सा क्षेत्र के एक वर्ग का मानना है कि बिस्वास का तबादला कर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने घोष के करीबियों को एक संदेश देने की कोशिश की है, जिनके खिलाफ इसी तरह की शिकायतें हैं। संदीप घोष को केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में हिरासत में लिए जाने के एक दिन बाद मंगलवार को राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर उन्हें राज्य चिकित्सा सेवाओं से निलंबित कर दिया क्योंकि उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा चल रहा है। घोष के खिलाफ सीबीआई द्वारा आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं और दुष्कर्म एवं हत्या के मामलों की जांच की जा रही है। ये दोनों जांच अदालत की निगरानी में हो रही हैं।
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(Udaipur Kiran) / ओम पराशर