गोपेश्वर, 31 अगस्त (Udaipur Kiran) । चमोली जिले के देवाल विकास खंड के अधिकांश गांवों में वर्तमान समय में जंगली सुअरों ने आंतक मचा रखा है। काश्तकारों की खेतों में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। काश्तकार रतजगा कर सुअरों को भगाने और अपनी फसल को बचाने में जुटे हुए हैं।
वर्तमान समय में खेतों में धान, मडूवा, झगोरा, चौलाई, दालों के साथ ही अन्य फसल पकने को तैयार है, वहीं जंगली सुअर रात्रि में आकर खेतों में खडी फसल को रौंद कर बर्वाद करने में लगे हैं। देवाल विकास खंड के ल्वाणी, हरनी, वानुडी, वाण, कुलिग, मुदोली, सुया, काडेई, सवाड, लोसरी, हाटकल्याणी, देवसारी, कैल, और, लिगडी, चौड,पलवरा, रैन, गरसो, पदमला, सरकोट, खेता मानमती, मेलखेत, तोरती सहित तमाम गांव में जंगली सुअरों ने इन दिनों आंतक मचा कर रखा हुआ है। सुअर रात्रि में आकर उनकी साल भर की मेहनत को बर्वाद कर रहे हैं।
ल्वाणी के किसान मोहन सिंह गांववासी, हीरा पहाड़ी, तारा सिंह कुंवर, ब्रज मोहन गडिया ने बताया कि सरकार मोटे अनाज के उत्पादन पर विशेष जोर दे रही है, लेकिन जंगली जानवरों से फसल को बचाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। सुअर रात्रि में आकर खेतों में खड़ी तैयार फसल को नष्ट करने में लगे हैं। जिससे किसानों के सामने आर्थिक संकट पैदा हो रहा है। उन्होंने सरकार से किसानों की नष्ट फसल का मुआवजा देने और सुअरों से खेतों को बचाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
क्या कहते है अधिकारी
एसडीओ वन विभाग चमोली जुगल किशोर ने कहा िक जंगली सुअर किसानों की फसल को नुक़सान पहुंचा रहे हैं। जिसकी जानकारी उन्हें मिली है। जिस गांव में सुअर नुकसान पहुंचा रहे हैं उस गांव का प्रधान और सरपंच सुअरों को मारने कि आवेदन रेंज आफिस में दे। जिस पर कार्रवाई की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल