Uttrakhand

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने निर्दलीय विधायक के बयान पर विधायकों की चुप्पी पर उठाएं सवाल, बोले- बयान की जांच होनी चाहिए

पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद  त्रिवेंद्र सिंह रावत  मसूरी में कार्यक्रम के दौरान बातचीत करते।

देहरादून/मसूरी, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधानसभा में निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के सरकार गिराने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संसदीय लोकतंत्र में विधानसभा के भीतर सरकार गिराने सरीखे बयान देकर उत्तराखंड का मखौल उड़ाया है। यह गंभीर मामला है। इस मामले में सभी विधायकों ने चुप्पी क्यों साध ली। विधानसभा अध्यक्ष को भी इस बयान की जांच करनी चाहिए।

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मसूरी में स्थित एक डेंटल क्लीनिक के उद्घाटन के मौके पर पत्रकारों से बातचीत में यह बातें कहीं। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि किसी भी विधायक ने न सदन के अंदर न बाहर इसका कोई खंडन किया। यह संसदीय लोकतंत्र के लिए घातक है। रावत ने कहा कि जिस विधायक ने यह सवाल उठाया वह न तो विश्वसनीय है, न ही अनुभवी है और न ही उन्हें उत्तराखंड के सरोकारों से कोई लेना देना है लेकिन विधानसभा में सवाल उठाया गया है जो सदन की कार्यवाही का हिस्सा बना है। ऐसे में उनसे प्रमाण लिए जाने चाहिए। उन्होंने उत्तराखंड के विश्वास को खंडित करने का कार्य किया।

पूर्व मुंख्यमंत्री ने इंटेलिजेंस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि खुफियातंत्र क्या कर रहा है उन्होंने सरकार के संज्ञान में यह मामला लाया है या नहीं, इसका पटाक्षेप होना चाहिए। अच्छा होता कि विधानसभा अध्यक्ष इस बारे में विधायक से साक्ष्य मांगतीं।

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने ओबीसी आरक्षण मामले पर विधायक मुन्ना सिंह द्वारा लिए गए स्टैंड की सराहना की और उन्हें विधायी मामलों का इनसाईक्लोपीडिया भी करार दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। सख्त कानून बनना चाहिए। हालांकि अपराध करने वाले पकड़े भी जा रहे हैं, पर अपराधियों में खौफ होना चाहिए और उन्हें दबंगयी से कुचला जाना चाहिए। अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता पर रखना चाहिए।

उन्होंने भू—कानून पर कहा कि इसका माॅडल बनाया जाना चाहिए कि कैसा भू कानून होना चाहिए। विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने जो सवाल उठाया वह निश्चित ही गंभीर विषय है। वह प्रदेश के ऐसे विधायक हैं, जिन्हें विषयों की गहरी जानकारी है। यह सवाल उत्तराखंड के युवाओं व आने वाली जनरेशन के लिए जरूरी है। इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष का विशेष धन्यवाद कि उन्होंने यह मामला प्रवर समिति को सौंपा।

इस मौके पर भाजपा मसूरी मंडल के अध्यक्ष राकेश रावत, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल, पूर्व मंडलाध्यक्ष मोहन पेटवाल, विजय रमोला, मदन मोहन शर्मा, राजेंद्र रावत, अरविंद सेमवाल, रजत अग्रवाल,, पुष्पा पडियार, नरेंद्र पडियार, सतीश ढौडियाल, मीरा सकलानी, अमित पंवार, धर्मपाल पंवार, राजेंद्र रावत आदि मौजूद थे।

(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार

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