– सेना की बाढ़ राहत टुकड़ियों ने दो दिनों में तेज किया बचाव-राहत कार्य – आईसीजी ने पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में तैनात किये हेलीकॉप्टर
नई दिल्ली, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । गुजरात के वडोदरा में भारी बारिश और विश्वामित्री नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि के कारण आई बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने में सेना और भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के जवान रात-दिन लगे हैं। सेना की टुकड़ियों ने समय पर कार्रवाई करके 150 से अधिक लोगों को जलमग्न क्षेत्रों से बचाया है। इसी तरह आईसीजी ने पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में 10 बच्चों सहित कुल 39 लोगों को बचाया है, जहां लोग छतों और अन्य अस्थायी ढांचों पर फंसे हुए थे।
गुजरात के वडोदरा में बाढ़ आने के बाद से ही बचाव अभियान के लिए भारतीय सेना हरकत में आई। अब तक 150 से अधिक नागरिकों को बचाया गया है। नागरिक प्रशासन की ओर से मांगी गई मदद के जवाब में गोल्डन कटार डिवीजन की बाढ़ राहत टुकड़ी ने वडोदरा के हरनी में स्थानीय लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए त्वरित कार्रवाई की। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 20 असहाय व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। यह टुकड़ी वडोदरा के जलमग्न समा इलाके से फंसे हुए स्थानीय लोगों को बचाने में सफल रही। गोल्डन कटार डिवीजन की टीमों ने अभी भी बचाव कार्य जारी रखा है।
गुजरात में आई भीषण बाढ़ के बीच भारतीय तटरक्षक बल के हेलीकॉप्टर ने गुरुवार को मछली पकड़ने वाली नाव ‘दोस्ताना’ पर सवार 04 क्रू सदस्यों को निकाला, जो द्वारका के दक्षिण-पश्चिम में फंसी हुई थी। इसके बाद लगातार बचाव अभियान में 15 अन्य नागरिकों को छतों से निकाला गया। पिछले 48 घंटों में आईसीजी के एडवांस लाइट हेलीकॉप्टरों ने बाढ़ वाले क्षेत्रों से 65 फंसे हुए कर्मियों को निकाला है। पिछले दो दिनों में अकेले पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में भारतीय तटरक्षक विमानों ने 10 बच्चों सहित कुल 39 लोगों को बचाया है, जहां लोग छतों और अन्य अस्थायी ढांचों पर फंसे हुए थे।
भारतीय तटरक्षक बल ने इन परिवारों को राज्य प्रशासन को सौंपने से पहले प्राथमिक उपचार दिया। भारतीय तटरक्षक बल के हवाई बचाव अभियान ने पोरबंदर जिले के कंटोल में बढ़ते पानी के बीच एक छत पर फंसे 10 लोगों की जान बचाई। मछली पकड़ने वाली नाव पद्मावती के मालिक ने आईसीजी जिला मुख्यालय, ओखा को जानकारी दी कि द्वारका तट के पास खराब मौसम की वजह से मशीनरी खराब होने के कारण उसकी नाव 15 किलोमीटर अंदर समुद्र में बह गई है। 13 लोगों की जान जोखिम में होने के कारण आईसीजी ने बचाव के लिए तुरंत जहाज अभीक और एडवांस लाइट हेलीकॉप्टरों को तैनात किया, जिसके बाद नाव और चालक दल को सुरक्षित रूप से ओखा वापस लाया गया।
—————
(Udaipur Kiran) / सुनीत निगम