Uttrakhand

पुलिस ने नाबालिक को परिजनों से मिलाया

परिजनों की सुपुर्दगी में नाबालिक

हरिद्वार, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । आज का दिन जिला बंदायु उत्तर प्रदेश में रहने वाले उमेश चंद्र यादव के जीवन में उनके परिवार की खोई हुई खुशियों लेकर आया। लगभग दो माह से भी अधिक समय से अपनी माता के अचानक स्वर्गवास होने के कारण दुखी होकर घर से बिना बताए निकले नाबालिक को पुलिस ने परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

उल्लेखनीय है कि एएचटीयू की टीम ने नाबालिक को दयनीय स्थिति में रेस्क्यू कर खुला आश्रय गृह ज्वालापुर में बाल कल्याण समिति हरिद्वार के आदेश पर संरक्षण दिलवाया था। बालक अंकित की लगातार काउंसलिंग की गई। बालक को विश्वास में लेकर उसको मानसिक तनाव, चिंताओं से उभारा गया और जिन स्थानों की बालक की ओर से जानकारी दी गई। उन सभी स्थानों को तलाश कर तस्दीक किया गया। आखिरकार बालक के पिता उमेश चंद्र यादव, ग्राम मतरोली, जिला बदायूं, उत्तर प्रदेश से संपर्क हुआ व उनको हरिद्वार बुलाया गया।

उमेश चंद्र यादव ने बताया कि उनकी पत्नी का अचानक स्वर्गवास होने के कारण उनका परिवार बिखर गया और ऐसे में बड़े पुत्र के इस प्रकार घर से गायब होने के कारण वो और अधिक परेशान हो गए। उन्होंने बालक अंकित को काफी तलाश किया परन्तु निराशा ही हाथ लगी। जब हरिद्वार पुलिस की टीम द्वारा उन्हंे सूचना दी गई तो तब उनके घर खुशियां एक बार फिर वापस आयी।

बालक के पिता ने एसएसपी और हरिद्वार पुलिस का आभार जताया। पुलिस ने विधिक कार्यवाही के बाद बालक को उसके पिता के सपुर्द कर दिया।

वहीं, दूसरी ओर पुलिस टीम ने आज एक अन्य बालक हिमांशु पुत्र स्व. अशोक कुमार निवासी यमुनानगर हरियाणा को भी अत्यंत दयनीय स्थिति में रेस्क्यू किया। बालक को चिकित्सा परीक्षण के उपरांत बाल कल्याण समिति हरिद्वार के खुला आश्रय गृह ज्वालापुर में संरक्षण दिलवाया गया है।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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