Chhattisgarh

पीयूसीएल ने गोलियों से बस्तर में बेकसूराें के मारे जाने का लगाया आराेप, मंत्री ने आराेप काे बताया झूठा

pucl ke colin & kedar kashyap

जगदलपुर, 26 अगस्त (Udaipur Kiran) । पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के वकील कोलिन गोंसाल्वेस ने सोमवार को मीडिया से चर्चा करते हुए बस्तर में नक्सलियों और सुरक्षाबलों की गोलियों से बेकसूर आदिवासियों के मारे जाने का आराेप लगाया है। इसके साथ ही विवादित टिप्पणी करते हुए उन्होंने बस्तर की तुलना गाजा से कर दी।कॉलिन गोंसाल्वेस ने कहा कि बस्तर में हुए नरसंहार को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की जाएगी।

विदित हाे कि पीयूसीएल ने जगदलपुर में 3 दिवसीय सेमिनार का आयोजन कर 70 लोगों का वीडियो बयान लेकर पिछले 8 से 10 महीनों में बस्तर के अलग स्थानों में फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाया है। इस दौरान मूलवासी बचाओ मंच से जुड़ी सोनी सोढ़ी ने भी बस्तर में फर्जी मुठभेड़ किए जाने का आरोप लगाया। वहीं नक्सलियों के साथ सरकार की शांति वार्ता को लेकर सोनी सोढ़ी ने कहा कि अगर सरकार शांति वार्ता करना चाहती है, तो मानवता के नाते सरकार और नक्सलियों के बीच मेडियेटर बनने के लिए तैयार है।बस्तर में प्रेसवार्ता के दौरान वकील कॉलिन गोंसाल्वेस ने कहा, मुठभेड़ में मारे गए लोगों की जांच करने के लिए बस्तर दौरे पर आए हैं। मारे गए लोग क्या नक्सली हैं? या आम नागरिक? उनकी मौत माओवादियों के बंदूक से हुई है या पुलिस के बंदूक से हुई है। पिछले 2 दिनों से 70 लोगों का वीडियो टेस्टिमनी लिया गया। इनमें 35 महिला शामिल हैं, जिनकी मौत फेक एनकाउंटर में हुई है।सुप्रीम कोर्ट के वकील कॉलिन गोंसाल्वेस ने कहा कि बस्तर में हुए नरसंहार को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर किया जाएगा, जिसमें 15-20 लोग शामिल रहेंगे। जिनके घरों में मौत हुई है, ऐसे 35-40 लोगों का हस्ताक्षर रहेगा। यह याचिका हत्या का होगी , न कि क्रॉस फायरिंग का। इस याचिका के तहत कोर्ट से मांग की जाएगी कि इन मौतों की एक जांच की जाए। यह जांच छत्तीसगढ़ पुलिस नहीं बल्कि बाहरी रिटायर्ड दी डी जी पी करें, ताकि सच सामने आ सकें।

पीयूसीएल के फर्जी मुठभेड़ के आरोप को लेकर मंत्री केदार कश्यप ने आराेपाें काे झूठा करार देते हुए कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संकल्प लिया है कि आने वाले समय में हमारा पूछा छत्तीसगढ़ नक्सलमुक्त होगा।

बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने भी कहा कि सारे आरोप निराधार हैं, पुलिस नक्सल मोर्चे पर लगातार काम कर रही है। इसमें सफलता भी मिल रही है, इससे बस्तर में आदिवासियों के लिए विकास का रास्ता खुल रहा है। निर्दोषों की मौत नक्सलियों की गोली या फिर उनके द्वारा लगाए गए आईईडी से हुई है।

(Udaipur Kiran) / राकेश पांडे / केशव केदारनाथ शर्मा

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