RAJASTHAN

राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट में मुख्यमंत्री ने निवेशकों को किया आमंत्रित

हाइड्रोलिक प्लांट का निरीक्षण करते सीएम।

मुख्यमंत्री ने किया विप्रो हाइड्रोलिक प्लांट का उद्घाटन

जयपुर, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि जयपुर में शुरू हो रहे उत्तर भारत के पहले विप्रो हाइड्रोलिक प्लांट से रोजगार को बढ़ावा मिलेगा तथा यह राज्य की आर्थिक प्रगति में भी सहायक होगा। राजस्थान में उद्योगों के लिए अपार संभावनाएं हैं। हमारी सरकार प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए 9-11 दिसंबर तक जयपुर में आयोजित होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान’ इन्वेस्टमेंट समिट में निवेशकों को आमंत्रित भी किया।

शर्मा गुरूवार को महिन्द्रा वल्र्ड सिटी में विप्रो हाइड्रोलिक प्लांट के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हाइड्रोलिक सिलेंडर का आज कन्स्ट्रक्शन, अर्थमूविंग, यूटिलिटी एवं लिफिं्टग, कृषि, वानिकी, खनन जैसे अनेक क्षेत्रों में उपयोग हो रहा है। ऐसे में देश-विदेश में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए यह संयंत्र उपयोगी साबित होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस संयंत्र का आगे विस्तार भी किया जाएगा।

शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार नवाचारों तथा नई नीतियों के माध्यम से राजस्थान को निवेशकों की पसंदीदा जगह बनाने का प्रयास कर रही है। प्रदेश में नई औद्योगिक नीति-2024, एक्सपोर्ट प्रमोशन नीति, राजस्थान वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट पाॅलिसी, राजस्थान वेयरहाउस एंड लाॅजिस्टिक पाॅलिसी जैसी विभिन्न नई नीतियों से निर्यात, लाॅजिस्टिक इको सिस्टम बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चिन्हित क्षेत्रों में औद्योगिक गति देने का काम भी किया जा रहा है। आगामी पांच वर्ष में 53 हजार किलोमीटर लंबा सड़क नेटवर्क, नाै ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे बनने जैसे अहम निर्णयों से उद्योगों को नई रफ्तार मिलेगी। सरकार द्वारा उद्योगों में कुशल मानव संसाधन के लिए स्टेट स्किल पाॅलिसी, अटल इनोवेशन स्टूडियो एवं एक्सलेरेटर तथा नए आईटीआई एवं पाॅलिटेक्निक महाविद्यालय खोले जाएंगे जिससे बड़ी संख्या में युवाओं में कौशल विकास संभव होगा। साथ ही, उन्होंने उद्योगपतियों को आश्वस्त किया कि सिंगल विंडो सिस्टम के आधार पर उद्योगपतियों को निवेश संबंधी सभी कार्य एक ही प्लेटफाॅर्म पर उपलब्ध हो सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा इस वर्ष प्रदेश में पानी तथा बिजली की उपलब्धता के लिए निरंतर अहम निर्णय किए जा रहे हैं। जहां बिजली क्षेत्र में दाे लाख 24 हजार करोड़ के एमओयू किए गए हैं वहीं पानी के लिए ईआरसीपी, यमुना जल समझौता, देवास परियोजना जैसे निर्णय किए गए, जिससे उद्योगों को उनकी मांग के अनुरूप पर्याप्त मात्रा में बिजली तथा पानी मिल सके। उन्होंने उद्योपतियों का आह्वान किया कि वे प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश करें। सरकार बिजली, पानी, जमीन सहित हर क्षेत्र में उनकी मदद करेगी, जिससे विकसित राजस्थान की संकल्प सिद्धि हो सके।

मुख्यमंत्री ने अजीम प्रेमजी का जयपुर में विप्रो हाइड्रोलिक प्लांट की शुरूआत करने के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि अजीम प्रेमजी ने विप्रो का 53 वर्ष तक नेतृत्व किया है तभी विप्रो आज इस मुकाम तक पहुंची है। एक काॅर्पोरेट समूह के रूप में विप्रो की देश-दुनिया में प्रतिष्ठा है। आईटी, इंजीनियरिंग, एफएमसीजी जैसे क्षेत्रों में यह दिग्गज कंपनी मानी जाती है। साथ ही, प्रदेश सरकार के साथ मिलकर अजीम प्रेमजी फाउंडेशन शिक्षा के क्षेत्र में भी बेहतरीन काम कर रहा है।

विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने कहा कि हाइड्रोलिक प्लांट की स्थापना के लिए उत्तर भारत में सर्वाधिक उपयुक्त जगह हमें राजस्थान लगा तथा भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने भी हमें पूरा सहयोग दिया। सरकार द्वारा समयबद्ध सुविधाएं उपलब्ध होने से कम समय में ही यह प्लांट बनकर तैयार हो गया। उन्होंने कहा कि अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के तहत राजस्थान में शिक्षा गुणवत्ता एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं तथा आगे भी यह कार्य निरंतर जारी रहेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने हाइड्रोलिक प्लांट का निरीक्षण किया। इस अवसर पर विधायक कैलाश वर्मा, प्रमुख शासन सचिव उद्योग अजिताभ शर्मा, जेसीबी इंडिया लिमिटेड के सीईओ दीपक शेट्टी, विप्रो हाइड्रोक्यूलिस अध्यक्ष सीताराम गणेशन सहित विप्रो कंपनी के पदाधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / रोहित

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