-प्रतिनिधिमंडल ने योगी सरकार से की सहायता राशि बढ़ाकर 25 लाख रुपये किए जाने की मांग
अयोध्या, 4 अगस्त (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को अयोध्या जिले के भदरसा में सामूहिक दुष्कर्म पीड़ित नाबालिग लड़की के परिजनों से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवार को पहले दी गई पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता को बढ़ाकर 25 लाख रुपये किए जाने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने यह भी कहा कि योगी सरकार इस मामले के दोषियों पर ऐसी सख्त कार्रवाई करेगी कि कई पीढ़ियां इसे याद रखेंगी।
तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद, उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप और संगीता बलंवंत शामिल हैं। मुलाकात के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत में सांसद निषाद ने कहा कि हमने पीड़िता की मां से बात की है। हम पूरी रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को सौंपेंगे। हमारी उत्तर प्रदेश सरकार इस मामले के दोषियों को बख्शने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव डीएनए जांच की बात करते हैं। वह पीडीए की बात करते हैं लेकिन उन्हें इस बेटी का दर्द दिखाई और सुनाई नहीं देता। हमारी सरकार उन दोषियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई करेगी कि कई पीढ़ियां इसे याद रखेंगी। निषाद ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से अनुरोध करेंगे कि पीड़ित परिवार को मिली पांच लाख रुपये की आर्थिक राशि को बढ़ाकर 25 लाख रुपये किया जाए।
मंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा कि यह समाज को शर्मिंदा करने वाला अपराध है। हम सबको शर्मिंदा करने वाला है। हम इसकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव नारको और डीएनए टेस्ट की मांग कर रहे हैं। इसका मतलब साफ है कि समाजवादी लोग पीड़िता के परिवार के साथ नहीं हैं, अपराधियों के साथ हैं। समाजवादी पार्टी की असलियत आखिर सामने आ ही गई। देश-प्रदेश की जनता देख रही है कि पीड़ित परिवार को हमने आश्वस्त किया है कि इस मामले का एक भी अपराधी बचेगा नहीं, योगी की सरकार अपराधियों को मिट्टी में मिलाकर दम लेगी। सपा को जवाब देना ही होगा। अपराधियों की हर अवैध संपत्ति की जांच होगी। जो अवैध संपत्ति होगी, वह सरकार अपने कब्जे में लेगी। एक भी अपराधी को अवैध संपत्ति पर कब्जा नहीं करने दिया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल की सदस्य संगीता बलवंत ने कहा कि योगी सरकार का यह मानना है कि पीड़ित किसी भी जाति का हो, किसी भी धर्म का हो, उसे न्याय मिलना चाहिए। दोषी कितना ही रसूखदार हो, उसे सजा मिलनी ही चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर कार्रवाई की है। सपा के दिवंगत राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि लड़के हैं, गलती हो जाती है। अब सपा के दूसरे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस मामले में डीएनए टेस्ट की मांग कर रहे हैं, यह अत्यंत शर्मनाक है।
उल्लेखनीय है कि दुष्कर्म पीड़िता अपनी चार बहनों में सबसे छोटी है। पिता की दो साल पहले मौत हो चुकी है। घर का खर्च मां और बहनों द्वारा मजदूरी से मिले पैसे से चलता है। आरोप है कि लगभग ढाई महीने पहले बच्ची खेत से मजदूरी कर वापस आ रही थी। इसी दौरान रास्ते में उसको राजू मिला। राजू ने बच्ची से कहा कि बेकरी मालिक मोईद खान उसे बुला रहा है। मोईद ने उसके साथ दुष्कर्म किया और राजू ने इसका वीडियो बना लिया। राजू ने भी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। लंबे समय तक मोईद और राजू वीडियो से ब्लैकमेल करके बच्ची के साथ दुष्कर्म करते रहे। बच्ची जब 2 महीने की गर्भवती हो गई तब मामला खुला। बच्ची के परिजनों ने पुलिस से इस मामले की शिकायत की लेकिन शुरुआत में कोई एक्शन नहीं लिया गया। बाद में जब हिंदू संगठनों के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने आक्रोश जताया तो पुलिस ने सपा के भदरसा नगर इकाई के अध्यक्ष मोईद खान और उसकी बेकरी पर काम करने वाले राजू को गिरफ्तार किया।
(Udaipur Kiran) पाण्डेय
(Udaipur Kiran)