-शुरुआती आैर चुनाव के आखिरी परिणामाें के आंकड़ाें में छह प्रतिशत के अंतर पर चुनाव आयाेग से मांगा जवाब
नई दिल्ली, 03 अगस्त (Udaipur Kiran) । एक बार फिर से कांग्रेस ने ईवीएम पर सवाल खड़ा किया है। इस बार का सवाल ‘वाॅइस आफ डेमाेक्रेसी‘ नामक संस्था के द्वारा हाल के लाेकसभा चुनाव के एक विश्लेषण में उठाया गया है।
शनिवार काे कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने पत्रकार वार्ता के दाैरान कहा कि हाल ही में हुए चुनाव के परिणामाें काे लेकर जाे विश्लेषण सामने आया है। इसमें इलेक्ट्रानिक वाेटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी की बात कही गई है। इस पर उठे सवालाें का चुनाव आयाेग काे जवाब देना चाहिए। इस बार चुनाव आयाेग का कभी नेट चलता था ताे कभी नहीं चलता था जैसा वाला जवाब नहीं चाहिए।
संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव आयाेग ईवीएम के परिणामाें काे लेकर किसी भी संदेह से इंकार करता रहा है व वाेटिंग मशीन में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हाेने का दावा करता है लेकिन हाल में आए विश्लेषण से शुरुआती व आखिरी चुनाव परिणाम में अंतर मिला है जाे ईवीएम पर सवाल खड़े करता है।
दीक्षित ने कहा कि ‘वाॅइस आफ डेमाेक्रेसी‘ के विश्लेषण के मुताबिक शुरुआती चरण में मतदान के घाेषित आंकड़ाें व आखिरी चरण के फाइनल आंकड़ें पर किसी सर्वे में एक या दो प्रतिशत से अधिक का अंतर आता है तो उसे गलत माना जाता है जबकि इस बार आम चुनाव में राष्ट्रीय स्तर के शुरू के और आखिरी आंकड़ाें में छह प्रतिशत का अंतर है। हम इसकी अनदेखी नहीं कर सकते।
संदीप दीक्षित ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैं चुनाव लड़ चुका हूं। इसलिए मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि ईवीएम से जब वोटिंग चालू होती है तो कोई भी बूथ हो, कहीं भी हो हर डेढ़ या दो घंटे में उन्हें इलेक्ट्रॉनिक तरीके से इलेक्शन कमीशन को उस बूथ पर, उस समय तक कितने वोट पड़े हैं यह भेजना पड़ता है। लेकिन आम चुनाव चुनाव के पहले फेज में 11 दिन बाद दूसरे फेज में छह दिन बाद और बाकी के फेज में चार-पांच दिन बाद चुनाव आयोग की ओर से फाइनल आंकड़े दिए गए।
उन्हाेंने कहा कि शुरुआती चरण में घाेषित आंकड़ाें आैर आखिरी चरण के फाइनल आंकड़ाें में आंध्र प्रदेश में वोट प्रतिशत 12 प्रतिशत बढ़ गए। उसी तरीके से 12.5 प्रतिशत उड़ीसा में वोट बढ़ जाता है। आंध्र प्रदेश और उड़ीसा में भारतीय जनता पार्टी और उसके गठबंधन ने अच्छा किया। अब ये महज संयोग है कि नहीं, यह बात लोगों के ऊपर मैं छोड़ देता हूं। लेकिन 6 बजे तक आमतौर पर सभी जगह वोट पड़ जाते हैं। यदि 7 बजे के बाद 10 प्रतिशत वोट पड़ा, तब यह आंकड़ा एक संदेह की स्थिति पैदा करता है।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / बिरंचि सिंह / रामानुज