नई दिल्ली, 2 अगस्त (Udaipur Kiran) । मानसून की शुरुआत के साथ ही डेंगू के मामलों में वृद्धि को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नौ राज्यों की स्थिति और तैयारियों की समीक्षा के लिए शुक्रवार को एक उच्च-स्तरीय अंतर-मंत्रालयी बैठक की। इन नौ राज्यों में दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। डेंगू को सबसे ज्यादा मामले सबसे ज्यादा मामले कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र से सामने आए हैं।
इस बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने सतर्कता और सावधानी पर जोर देते हुए कहा कि मानसून के मौसम से पहले एहतियाती कदमों और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को लागू करना आवश्यक है। डेंगू के मामले आमतौर पर अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और नवंबर के आसपास चरम पर होते हैं। पिछले चार वर्षों में, साल दर साल मामले बढ़ रहे हैं। डेंगू के मामले आम तौर पर अक्टूबर में चरम पर होते हैं, लेकिन इस साल की प्रवृत्ति से पता चलता है कि, 31 जुलाई तक, मामलों की संख्या पिछले साल के इसी समय की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए शहरी विकास मंत्रालय, राज्य सरकार, नगर निगमों सहित हितधारकों के बीच सहयोग बेहद जरूरी है। उन्होंने राज्यों और नगर पालिकाओं को किसी भी प्रकोप को समय पर रोकने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी।
इसके साथ केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को हॉट स्पॉट की पहचान करने, वेक्टर निगरानी बढ़ाने, निवारक कार्रवाई करने के लिए डेंगू मामलों की जियोटैगिंग करने, अस्पताल की तैयारी सुनिश्चित करने की सलाह दी। अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद और मुंबई सहित कुल 18 नगर निगमों ने बैठक में वर्चुअल रूप से भाग लिया।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी / जितेन्द्र तिवारी