लखनऊ, 31 जुलाई (Udaipur Kiran) । लखनऊ के जिलाधिकारी कार्यालय का बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने घेराव किया। अभाविप के कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के बाहर बैठकर नारेबाजी की। इससे पहले अभाविप कार्यकर्ता कैसरबाग स्थित प्रदेश कार्यालय से पैदल मार्च करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचें।
जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर के दौरान उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर अभाविप के महानगर सह मंत्री तुषार कनौजिया ने कहा कि जिस प्रकार से दिल्ली में दु:खद घटना हुई हैं, उससे स्पष्ट है कि प्रशासन ने पूरी तरह से अपनी आखें बंद कर रखी थी। वे ऐसी घटना होने का इंतजार कर रहे थे। अपने शहर में भी ऐसे कोचिंग संस्थानों पर कार्यवाही होनी चाहिए, जो मानक के विपरीत संचालित है।
महानगर सह मंत्री आदर्श ने कहा कि लखनऊ में एलडीए की जांच में सामने आया है कि कई कोचिंग सेंटरों की स्थिति ठीक नहीं है। बिना पंजीकरण के प्रशासन की देखरेख में ये कोचिंग चल रहे है। भविष्य में कोई अनहोनी घटना ना हो, इसके लिए अभाविप इन्हें बंद कराने की मांग करता है।
बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय में अभाविप की इकाई अध्यक्ष वर्षा गौतम ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए संचालित होने वाली कोचिंग संस्थान बेतहाशा शुल्क वसूलते है। आर्थिक दृष्टि से कमजोर विद्यार्थियों के लिए महंगी शिक्षा लेना कठिन है, फिर वे वहां पढ़ते हैं। जिला प्रशासन से यह भी मांग है कि कोचिंग संस्थान के नाम पर वसूली केन्द्र बने ऐसे शिक्षा के केन्द्रों को बंद कराना चाहिए या फिर शुल्क का मानक तय होना चाहिए।
लखनऊ विश्वविद्यालय में अभाविप के इकाई मंत्री जतिन शुक्ला ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार कोचिंग संस्थान 16 वर्ष से कम उम्र के विद्यार्थियों का दाखिला नही लें सकते। साथ ही परीक्षा में अच्छे अंक और रैंक दिलाने के भ्रामक वायदे नही कर सकते। वर्तमान समय में कोचिंग संस्थान दिशा निर्देश का पालन नही कर रहे हैं, उन पर तत्काल कार्यवाही की जाए।
अभाविप की नगर मंत्री अंशिका सिंह ने कहा कि शहर में कोचिंग संस्थान अवैध रुप से बने जर्जर भवनों में संचालित है। फायर सेफ्टी की भी व्यवस्था नही हैं, ऐसे संस्थानों को चिन्हित कर तत्काल कार्यवाही की जाये। इस प्रदर्शन में अभाविप कार्यकर्ता विक्रांत सिंह, विकास तिवारी, अभिजीत झा, मयंक, नीतीश, अवधेंद्र, विशाल शुक्ला, सत्यम दुबे, हर्षित त्रिपाठी, देवेंद्र प्रताप, रुद्र प्रताप, दिव्यांश वर्मा, सिद्धार्थ, श्रेयांश मिश्रा, गौरव त्रिपाठी आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / शरद चंद्र बाजपेयी / बृजनंदन यादव