जयपुर, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि गांधी संग्रहालय का बेहतर संचालन कर महात्मा गांधी के विचारों के व्यापक एवं प्रभावी प्रचार-प्रसार के लिए गांधी वाटिका न्यास जयपुर (निरसन) विधेयक लाया गया है।
गोदारा मंगलवार को विधान सभा में गांधी वाटिका न्यास, जयपुर (निरसन) विधेयक-2024 पर हुई चर्चा के बाद जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि गत सरकार ने गांधी संग्रहालय के संचालन के लिए 3 अक्टूबर, 2023 को गांधी वाटिका न्यास की स्थापना की। इसमें न्यास के उपाध्यक्ष को असीमित शक्तियां दी गई थी। अधिनियम में प्रावधान था कि अध्यक्ष भी किसी को हटाएगा तो उपाध्यक्ष के परामर्श से हटा पाएगा। साथ ही, किसी अयोग्यता से ग्रसित होने के बावजूद भी उपाध्यक्ष को हटाने का कोई प्रावधान नहीं किया गया। न्यास को संपत्तियों को डिस्पोज करने सहित कई निरंकुश शक्तियां दी गई थी। उन्होंने कहा कि जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने 85 करोड़ की लागत से इस संग्रहालय का निर्माण करवाया और वर्तमान में जेडीए ही इसका रखरखाव कर रहा है।
गोदारा ने कहा कि संग्रहालयों के संचालन के लिए न्यास के गठन की आवश्यकता प्रतीत नहीं हो रही है। स्थापना के बाद से ही इस न्यास की कभी कोई बैठक नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हमारी भावना है कि गांधी संग्रहालय का शानदार प्रबंधन हो और जयपुर में आने वाले अधिक से अधिक लोग यहां पहुंचे और गांधीजी के विचारों को जाने। इसके लिए बिना विलम्ब किए यह निरसन विधेयक लाया गया है।
इससे पहले गोदारा ने विधेयक को सदन में प्रस्तुत किया। सदन ने विधेयक को जनमत जानने के लिए परिचालित करने के प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया।
(Udaipur Kiran) / राजेश / संदीप