महोबा, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । जनपद में हैवी ब्लास्टिंग से पहाड़ों के आसपास के खेत बंजर हो रहे हैं। इसके साथ ही ब्लास्टिंग की धमक से गांव में बने घर भी दरक रहे हैं। मंगलवार को ग्रामीणों ने ब्लास्टिंग का समय निर्धारित न होने से जान माल का खतरा बताया। उन्हाेंने मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।
जनपद के कबरई विकासखंड के गंज, बिलबई, धरौन, दमौरा, पहरा आदि गांवाें में खनन का कार्य जोरों पर चल रहा है। खनन माफिया अपनी दबंगई के बल पर हैवी ब्लास्टिंग कर मनमानी कर रहे हैं। ब्लास्टिंग के बाद बड़े-बड़े पत्थर उछल कर किसानों के खेतों में पहुंचते हैं। पत्थराें की धूल, कणाें के चलते किसानों के खेत बंजर हो रहे हैं। इसके अलावा हैवी ब्लास्टिंग की धमक से गांव में बने घरों में भी दरारें पड़ रहीं हैं।
दिलवाले गांव निवासी दीपक राजपूत, मुन्ना, मुकेश, अरविंद आदि ने बताया कि गांव की बस्ती के पास ही पहाड़ में खनन का कार्य किया जा रहा है, जहां पर सुरक्षा नियमों की अनदेखी की जा रही है। दबंग खनन माफियाओं के द्वारा हैवी ब्लास्टिंग कराई जा रही है जिससे उन लोगों की जान माल खतरा बना रहता है। कई बार उनके मवेशी भी चोटिल हो जाते हैं। सैकड़ों फीट गहरी खदान से पत्थर निकालने का काम बदस्तूर किया जा रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पहाड़ संचालक मजदूरों से बिना सुरक्षा उपकरणों के ही खनन कार्य करा कर रहे हैं, जबकि पूर्व में हुए कई हादसों में कई मजदूर अपनी जान गवां चुके हैं लेकिन फिर भी दो जून की जुगाड़ के लिए मजदूर अपना जीवन खतरे में डालकर काम करने को मजबूर हैं।
वरिष्ठ खनिज अधिकारी आरबी सिंह का कहना है कि पहाड़ की खदानाें में हैवी ब्लास्टिंग की जांच कराई जाएगी। मामला उजागर होने पर पट्टाधारक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / Upendra Dwivedi / मोहित वर्मा