जयपुर, 29 जुलाई (Udaipur Kiran) । विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने साेमवार काे झुंझुनूं और सांभरलेक में कांवड़ियों पर पुलिस लाठीचार्ज पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्हाेंने कहा कि मुख्यमंत्री जी, आप तो गिरिराज के भक्त हो और हमारा नेता शिवजी का भक्त है। सावन का दूसरा सोमवार है और आज के दिन इस प्रदेश के अंदर कांवड़ियों को पुलिस और होमगार्ड की ओर से पीटा जा रहा है। सांभर थाने में एक कॉन्स्टेबल को हटाकर इतिश्री कर ली। धार्मिकता का राग अलापते हो और कांवड़ियों को पीटते हो।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने राज्य बजट पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने बजट में राजस्थान के लिए जीवनदायनी ईआरसीपी का जिक्र तक नहीं किया। आज तक एमओयू की कॉपी तक सार्वजनिक नहीं की गई। उन्होंने सीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आप कई घंटे तक सदन में गरजे लेकिन एक बूंद पानी की जनता को उपलब्ध नहीं करा पाए। जूली ने ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट ईआरसीपी का नाम देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम से रखने का प्रस्ताव सदन में रखा। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मांग की थी कि ईआरसीपी का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से रखा जाए। ईआरसीपी का अधिकतर क्षेत्र आदिवासी और दलित लोगों का है। ऐसे में मेरा प्रस्ताव है कि ईआरसीपी का नाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम से होना चाहिए। वहीं दूसरा सुझाव है कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ईआरसीपी की योजना लेकर आई थी। ऐसे में उनके नाम पर भी रख सकते हैं। लेकिन ऐसा आप करेंगे नहीं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पानी और बिजली दोनों मुद्दे पर फेल साबित हुई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योग की बिजली न काटकर किसानों और आमजन की बिजली काटी गई। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से बात भी केवल जुमला ही साबित हुई। उन्होंने दुनिया के पहले जल विहीन देश कैप टाऊन का भी जिक्र किया। जूली ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सदन में जमकर सवाल उठाए। सदन में दलित शंकर लाल मेघवाल, डिंपल मीना, चित्रा की मौत महिला अत्याचार, सावन महीने के दूसरे सोमवार को कांवड़ियों को पुलिस द्वारा पीटने का मुद्दा भी गरमाया। उन्होंने कहा कि संविधान में कहा गया है कि पंचायत चुनाव छह महीने में कराने पड़ेंगे लेकिन भरतपुर में जिला प्रमुख और भादरा चुनाव भाजपा सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है।
नेता प्रतिपक्ष जूली ने कहा कि प्रदेश में बढ़ते क्राइम को लेकर दीया कुमारी ने संसद में गांधीजी की मूर्ति के बाहर धरना दिया था। उन्होंने प्रदेश में दलित अत्याचार की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि अब उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी बता दें कि वे संसद में धरना देंगी या विधानसभा में। आज महिला अत्याचार राजस्थान में बढ़ रहे हैं। प्रतिदिन नाै महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं।
जूली ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा ने इस्तीफा दे दिया। आपने आज तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। ऐसे में अगर वो किसी अधिकारी के यहां जाते हैं तो एक मंत्री नहीं जाता है। पूरी राजस्थान सरकार अधिकारी के दरवाजे पर जाकर खड़ी हो गई है। यह तो हाल आपने सरकार का बना रखा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था मजबूत करने का काम पुलिस का है। इसके लिए जरूरी है कि पुलिस का मनोबल बढ़ाया जाए। आज पुलिस हर जगह पिट रही है। खान माफिया पुलिस को मार रहे हैं। मैं मांग करता हूं कि पुलिस कॉन्स्टेबल की ग्रेड-पे 3600 की जाए। वहीं कॉन्स्टेबल से लेकर पुलिस इंस्पेक्टर तक की डीपीसी शुरू की जानी चाहिए।
(Udaipur Kiran) / रोहित