Madhya Pradesh

कालीचरण महाराज बोले- मुसलमान बिना थूके नहीं खिलाते-पिलाते, इनकी यही परंपरा

कालीचरण महाराज बोले- मुसलमान बिना थूके नहीं खिलाते-पिलाते, इनकी यही परंपरा
कालीचरण महाराज बोले- मुसलमान बिना थूके नहीं खिलाते-पिलाते, इनकी यही परंपरा

– यूपी में दुकानों पर नेमप्लेट लगाने के आदेश का किया समर्थन

रतलाम, 25 जुलाई (Udaipur Kiran) । अपने विवादित बयानों को लेकर मीडिया की सुर्खियां में रहने वाले संत कालीचरण महाराज ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दुकानों पर नेमप्लेट लगाने के आदेश का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि मुसलमान का ट्रेंड है वे बिना थूके कुछ बेचते ही नहीं हैं। इसे थूक जिहाद बोला जाता है। मुसलमानों की परंपरा है कि वे बिना थूके कुछ खिलाते-पिलाते नहीं हैं।

कालीचरण महाराज गुरुवार को एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रतलाम पहुंचे थे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कोरोना काल में लाखों ऐसे वीडियो सामने आए, जिससे साबित होता है कि मुसलमानों द्वारा बिना थूक लगाए कुछ भी बेचा जाना संभव नहीं है, इसीलिए मुसलमानों की दुकानों पर नाम लिखना बहुत जरूरी है।

उन्होंने कहा कि यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने जो पहल की, वो पूरे भारतवर्ष के धर्म निष्ठों और राजाओं को करना थी। राजा यानी- सांसद, विधायक, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री को यह पहल करना थी। इन लोगों को आदेश निकालना था, जिससे हिंदुओं की धर्म-आस्था सुरक्षित रहे। उन्होंने कहा कि हिंदू, मुस्लिम दुकानों से कुछ खरीद कर न खाएं। जहां नेमप्लेट दुकानों पर नहीं दिखते हैं, तो क्यूआर कोड को स्कैन करें। इसमें नाम आ जाएगा। यही धर्म बचाने का रास्ता है।

कालीचरण महाराज ने कहा कि लव जिहाद के केस में 80 प्रतिशत तांत्रिक प्रयोग होते हैं। लव जिहाद के केस हैंडल करने वाले धर्म रक्षकों को बताना चाहता हूं, जानवर का दांत पास में रखियो। पत्थर पर घिस कर दो बंदू पानी में मिलाकर पिला दो उस लड़की को। जानवर के दांत के सामने कोई भी इस्लामिक टोने-टोटके का असर नहीं टिकता। उन्होंने कहा कि इस पर भी मुझ पर केस करो।

उन्होंने कहा कि ‘मुझ पर 40 से 50 केस हैं, लेकिन मुझे डर नहीं है। सच बोलने की सजा जेल है, तो मंजूर है। मृत्यु है, तो भी मंजूर है। संन्यासी वह क्या, जो सच न बोले। अन्य कोई बोले या न बोले, काली मां का बेटा जरूर बोलेगा। चाहे मौत मिले या जेल।

उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा की तारीफ करते हुए कहा कि उनके कारण आज बहुत बड़ी धर्म क्रांति हुई है। बच्चा-बच्चा लोटा लेकर भगवान शिव के अभिषेक के लिए जा रहा है। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। इतनी बड़ी धर्म क्रांति होती है कि बच्चा- बच्चा मंदिर जा रहा है। इससे भगवान भोलेनाथ, जगदंबा, गणपति बप्पा के प्रति आस्था और संस्कार पैदा होंगे।

दरअसल, रतलाम में गोमाता और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए श्री रुद्र महाकाल सेवा समिति ने 108 महादेव मंदिर पूजन संकल्प यात्रा कराई। इसके पूर्ण होने पर 108 पार्थिव शिवलिंगों के रुद्राभिषेक के साथ पूर्णाहूति कार्यक्रम हुआ। कालीचरण महाराज इसी में शामिल होने के लिए रतलाम आए थे।

(Udaipur Kiran) तोमर / आकाश कुमार राय

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