– ठगी के शिकार युवकों में बांदा, फतेहपुर और छतरपुर के लाेग शामिल
बांदा, 24 जुलाई (Udaipur Kiran) । बुंदेलखंड के बांदा, फतेहपुर और मध्य प्रदेश के छतरपुर के 22 बेरोजगार युवकों को जल जीवन मिशन में नौकरी मिल गई। ज्वाइनिंग लेटर पाकर सभी युवक खुशी से झूम उठे। लेकिन जब असलियत सामने आई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। सभी युवक एक लाख 20 हजार के हिसाब से 27 लाख 70 हजार रुपये गंवा बैठे थे। ठगी के शिकार एक युवक ने बांदा के मर्का थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
बांदा जनपद के रहने वाले पूरन सिंह पुत्र कृष्ण पाल सिंह ने बेरोजगार युवकों को जल जीवन मिशन में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। उसने बताया कि अगर नौकरी चाहिए तो 1.20 लाख रुपये देना होगा। इसके अलावा फार्म का अलग से 8000 रुपये लगेगा। धीरे-धीरे उसके जाल में 22 युवक फंस गए। सभी ने रुपया जमा कर दिया, फॉर्म भरने की फॉर्मेलिटी की गई। एग्रीमेंट साइन कराए गए। एग्रीमेंट में आरोपी ने साइन किया। अपना आधार कार्ड भी दिया और ज्वॉइनिंग लेटर देते हुए बाकायदा फोटो भी खिंचवाई। लेकिन जब ज्वॉइनिंग लेटर मिलने के बाद भी युवकों को नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने जानकारी हासिल की। विभाग में गए तो पता चला की ज्वॉइनिंग लेटर फर्जी है। यह सुनते ही सभी काे जालसाजी कर ठगे जाने का खुलासा हुआ।
ठगी के शिकार युवकों में महेंद्र कुमार, आशीष सिंह, सचिन सिंह, रोहित सिंह, बृजेंद्र सिंह, नितिन सिंह कमलेश कुमार, दिनेश कुमार सोनेलाल पटेल, संतोष कुमार, सत्येंद्र चक्रवर्ती, ऋषभ कुमार, शिव प्रकाश ज्ञान प्रकाश, संतोष राही, पुष्पेंद्र बाबू अच्छे लाल आदि शामिल हैं। यह सभी बांदा फतेहपुर और छतरपुर जनपद के रहने वाले हैं। इनमें से 90 फीसदी युवक बांदा जनपद के रहने वाले हैं। इस संबंध में ठगी का शिकार बने रोहित सिंह पुत्र माता प्रसाद निवासी ग्राम पारा बन्नो बेगम थाना मर्का ने पुलिस को तहरीर दी। जिसके आधार पर मंगलवार की देर रात पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
इस बारे में पीड़ित धाेखाधाड़ी कर ठगी के शिकार रोहित सिंह ने बताया कि मैंने लखनऊ जाकर जल जीवन मिशन के कार्यालय पहुंच कर ज्वाॅइनिंग लेटर दिखाए तब पता चला कि यह फर्जी है। इधर, सोमवार को आरोपी को इस बात की भनक लग गई कि मेरे द्वारा मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। तब उसने फोन करके मुझे मेरा पैसा वापस करने का आश्वासन दिया। इस बारे में मैंने पुलिस अधीक्षक को अवगत करा दिया है।
(Udaipur Kiran) / अनिल सिंह / मोहित वर्मा