जम्मू, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर भाजपा की प्रवक्ता और पूर्व डिप्टी मेयर पूर्णिमा शर्मा ने संविधान हत्या दिवस का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह दिन 1975 में कांग्रेस सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल की वर्षगांठ का प्रतीक है जो भारतीय इतिहास का एक काला अध्याय है जब लोकतांत्रिक अधिकारों और नागरिक स्वतंत्रताओं का हनन किया गया था। संविधान हत्या दिवस मनाने का निर्णय यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है कि युवा पीढ़ी आपातकाल के दौरान हमारे लोकतंत्र के साथ किए गए घोर अन्याय से अवगत हो। यह याद दिलाता है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने हमारे संविधान के मूल तत्व को कमजोर किया, मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया और असहमति की आवाजों को दबाया।
उन्होंने कहा कि आपातकाल हमारे राष्ट्र के लोकतांत्रिक ताने-बाने पर एक ज़बरदस्त हमला था और भारतीय इतिहास में इस काले दौर के लिए कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से जिम्मेदार है। उनके सत्तावादी शासन और लोकतांत्रिक मानदंडों की अवहेलना ने भारी पीड़ा पैदा की और एक खतरनाक मिसाल कायम की। संविधान हत्या दिवस मनाना अनियंत्रित सत्ता के परिणामों और लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बनाए रखने के महत्व की कड़ी याद दिलाने का काम करेगा।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने इतिहास को फिर से लिखने और आपातकाल की गंभीरता को कम करने के कांग्रेस पार्टी के निरंतर प्रयासों की आलोचना की। उन्होंने कहा यह शर्मनाक है कि कांग्रेस पार्टी अपने कार्यों के लिए माफ़ी मांगने के बजाय अक्सर आपातकाल को सही ठहराने की कोशिश करती है। यह लोकतांत्रिक मूल्यों और भारतीय संविधान के प्रति उनके सम्मान की कमी को दर्शाता है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा / बलवान सिंह